प्रकाशित - 18 Apr 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
खेती में आज नई-नई तरह की मशीनों और तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है ताकि बेहतर उत्पादन प्राप्त हो सके। इसके लिए किसानों को सस्ती दर पर कृषि यंत्र मुहैया कराए जाते हैं। इसके लिए उन्हें सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। अब कृषि यंत्रों में कृषि ड्रोन (agriculture drone) को भी शामिल कर लिया गया है। इसे एग्रीबोट ड्रोन का नाम दिया गया है। इस एग्रीबोट ड्रोन की खासियत ये हैं कि इसकी सहायता से किसान 7 मिनट में अपने खेत में फसलों पर कीटनाशक का छिड़ाकाव कर सकते हैं। इस तरह किसान का कई घंटों का काम मात्र 7 मिनट में एग्रीबोट की सहायता से पूरा हो जाएगा। इसमें किसान को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होगी, जबकि वैसे कीटनाशक के छिड़काव के दौरान शरीर को नुकसान पहुंचने अंदेशा बना रहता है। जबकि एग्रीबोट ड्रोन से सुरक्षित तरीके से फसल पर कीटनाशक छिड़काव किया जाना संभव है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको एग्रीबोट ड्रोन की विशेषताएं, लाभ और इसकी कीमत के बारे में बता रहे हैं, साथ ही इसे खरीदने के लिए सरकार से कितनी सब्सिडी मिलती है, इसकी जानकारी भी दे रहे है।
एग्रीबोट भारत का पहला सरकारी मंजूरी पाने वाला कृषि ड्रोन है। ये फसलों में कीटनाशक के छिड़काव के अलावा भी कई कामों में आता है। इस ड्रोन की सहायता से किसान बीज, दाने, उर्वरक आदि भी खेत में डाल सकते हैं। भारतीय खेती में इसके इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने लिए एग्रीबोट ड्रोन की खरीद पर किसानों को सब्सिडी दी जाती है। इसके तहत किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। वहीं कृषि विश्वविद्यालयों को 100 प्रतिशत तक सब्सिडी पर ड्रोन उपलब्ध कराया जाता है।
भारत में कृषि ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कृषि विद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्र को अनुदान पर कृषि ड्रोन (subsidy on agriculture drone) उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत राजस्थान के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर, राजस्थान को दो एग्रीबोट दिए गए हैं। जिसमें से एक ड्रोन प्रसार शिक्षा निदेशालय उदयपुर एवं दूसरा कृषि विज्ञान केंद्र भीलवाड़ा को मिला है। इस संबंध में विद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.ए. कौशिक ने बताया कि ड्रोन के माध्यम से सभी तरह की फसलें, सब्जियां एवं बगीचों में दवा का छिड़काव किया जा सकता है। ये किसानों के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अनुकूल है। किसानों के खेत पर ड्रोन की सहायता से तरल उर्वरक, खरपतवारनाशी, रोग एवं कीटनाशक दवाओं के छिड़काव से पानी, समय और श्रम की बचत होगी।
एग्रीबोट ड्रोन (Agribot Drone) से कीटनाशक दवा का छिड़काव करने से किसानों की खेती की प्रति हैक्टेयर लागत कम हो जाएगी। एग्रीबोट ड्रोन से समय और श्रम की बचत होगी। कम समय में अधिक क्षेत्र पर दवा का छिड़काव किया जा सकेगा। किसानों के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव करने के लिए ये सबसे सुरक्षित है।
आमतौर पर एग्रीबोट ड्रोन की कीमत 6.78 लाख रुपए+ जीएसटी है। सरकार इसे खरीदने के लिए किसानों को सब्सिडी देती है जो 40 प्रतिशत है। इस तरह 10 लाख रुपए के ड्रोन की खरीदी के लिए किसानों को 4 लाख रुपए की सब्सिडी मिल सकती है।
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