प्रकाशित - 15 Jul 2022
ग्रीष्मकालीन सीजन में किसानों की ओर से जायद फसल के रूप में मूंग की खेती की जाती है। इससे किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलता है। पिछले साल की तरह ही इस बार भी मध्यप्रदेश के किसानों ने मूंग की खेती की थी। लेकिन मूंग की खरीद की घोषणा के बावजूद राज्य में मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं हो पाई। इससे किसानों ने मूंग बेचने के लिए बाजार का रूख किया लेकिन उन्हें बाजार में एमएसपी से कम भाव मिल रहे हैं। इससे किसानों को घाटा हो रहा है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बार फिर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से मूंग की खरीद की घोषणा की है। बता दें कि इससे पहले भी मध्यप्रदेश सरकार ने मूंग खरीद की घोषणा की थी लेकिन केंद्र सरकार से मूंग खरीद को लेकर दिए गए लक्ष्य पर स्वीकृति नहीं मिल पाने से मूंग की खरीद टल गई थी। अब एक बार फिर से राज्य में मूंग की खरीद की घोषणा मुख्यमंत्री की ओर से की गई है। इसके लिए 18 जुलाई से रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में किसानों को मूंग की एमएसपी पर होने जा रही खरीद के संबंध में जानकारी दे रहे हैं।
राज्य के किसान 18 जुलाई से मूंग खरीद के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके लिए किसानों को खरीद पोर्टल ई-उपार्जन मध्यप्रदेश पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद एक तय तारीख पर किसानों को खरीद केंद्र पर बुलाया जाएगा। जहां वे अपनी मूंग की फसल को बेच सकेंगे। कृषि विभाग की ओर से मूंग खरीद को लेकर सारी तैयारी कर ली गई है। किसानों से रजिस्ट्रेशन के बाद मूंग की खरीद की जाएगी।
केंद्र सरकार की ओर से हर खरीफ और रबी सीजन से पहले प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाती है। इस वित्तीय वर्ष के लिए मूंग का समर्थन मूल्य 7275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों से इसी कीमत पर मूंग की खरीद की जाएगी।
राज्य सरकार ने 8 जून 2022 को जारी प्रेस रिलीज में दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने 4 लाख 3 हजार मीट्रिक टन मूंग खरीदी का अनुरोध किया था। इसके जवाब में केंद्र सरकार ने मूंग खरीदी का लक्ष्य 2 लाख 25 हजार 525 मीट्रिक टन दिया गया है। हालांकि अभी सरकार द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है कि किसानों से कितनी मूंग की खरीद की जाएगी। इस बार मध्य प्रदेश में वर्ष 2022-23 के सीजन में जायद मूंग का उत्पादन करीब 16 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है। बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष भी राज्य के किसानों से ग्रीष्म कालीन मूंग की खरीदी की थी। इसके तहत राज्य के किसानों से 301 खरीद केंद्रों पर 4 लाख 39 हजार 563 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की गई थी। इससे राज्य के 1 लाख 85 हजार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त हुआ था।
मध्यप्रदेश के किसान एमएसपी पर अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण एमपी किसान एप पर कर सकते हैं। इसके अलावा किसान ऑनलाइन http://mpeuparjan.nic.in/mpeuparjan/Home.asp& लिंक पर जाकर भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए किसान को प्राथमिक कृषि सहकारी संस्थाओं, एफपीओ और महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित केंद्रों पर भी करा सकते हैं। इसके अलावा सहकारी समिति/एसएचजी/एफपीओ/एफपीसी द्वारा संचालित पंजीयन केंद्र, तहसील कार्यालय और जनपद कार्यालय, ग्राम पंचायत में स्थित सुविधा केंद्र पर जाकर स्वयं के मोबाइल या कंप्यूटर से फसलों का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के समय किसानों को जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-
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