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पीएम मोदी ने बताए मन की बात कार्यक्रम में बकरी पालन के लाभ, साझा किए अनुभव

प्रकाशित - 26 Feb 2024

जानें, बकरी पालन से कैसे कमाया जा सकता है अधिक लाभ

भारत में किसानों के लिए खेती के साथ ही पशुपालन भी उनकी आय बढ़ाने का उत्तम जरिया है। बहुत से किसान खेती के साथ पशुपालन का काम करके अपनी आय में इजाफा कर रहे हैं। अधिकांश किसान मुख्य रूप से गाय, भैंस का पालन करते हैं ताकि इसके दूध को बेचकर अच्छा पैसा कमाया जा सके। लेकिन छोटे किसान जिनके लिए गाय, भैंस खरीदना संभव नहीं होता है, वे किसान बकरी पालन (Goat farming) करके इससे काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि बकरी पालन का काम बहुत ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है और इससे अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। बकरी पालन को लेकर हाल में पीएम मोदी ने बकरी पालन के लाभ बताते हुए अपने अनुभव साझा किए।

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 110वें एपिसोड में बकरी पालन (Goat farming) का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम पशुपालन की बात करते हैं तो अक्सर गाय-भैंस तक ही रूक जाते हैं। लेकिन बकरी भी तो एक अहम पशुधन है, जिसकी उतनी चर्चा नहीं होती है। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के अलग-अलग क्षेत्रों में बकरी पालन से जुड़े हुए लोगों के बारे में बात की और आपने अनुभव साझा किए।

कालाहांडी में गोट बैंक की सहायता से किया जा रहा है बकरी पालन

बकरी पालन से रोजगार के विषय में बालते हुए पीएम मोदी ने ओडिशा के कालाहांडी का उदाहरण देते हुए बताया कि कालाहांडी में किस तरह गोट बैंक (Goat Bank) की सहायता से गांव में बकरी पालन (Goat farming) किया जा रहा है जिससे लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि उड़ीसा के कालाहांडी जिले में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ ही उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का भी बड़ा माध्यम बन रहा है। इसके लिए इन्होंने जयंती महापात्रा और उनके पति बीरेन साहू के बारे में बताया कि ये दोनों ही बेंगलुरु में जॉब करते थे लेकिन इन्होंने वह छोड़कर कालाहांडी के सालेभाटा गांव में आने का फैसला लिया। यह फैसला उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने और उन्होंने सशक्त बनाने के लिए किया। इन्होंने माणिकास्तु एग्रो की स्थापना की और किसानों के साथ काम करना शुरू किया।

सामूहिक बकरी पालन से मिल रहा है बेहतर लाभ

मन की बात में पीएम मोदी ने बताया कि जयंती और बीरेन ने यहां एक दिलचस्प माणिकास्तु गोट बैंक (Goat Bank) भी खोला है। वे सामुदायिक स्तर पर बकरी पालन को बढ़वा दे रहे हैं। उनके गोट फॉर्म में करीब दर्जनों बकरियां पाली जा रही है जिससे किसानों के लिए पूरा सिस्टम तैयार किया गया है। इस गोट बैंक (Goat Bank) के माध्यम से किसानों को 24 महीने के लिए दो बकरियां दी जाती हैं। दो वर्षों में बकरियां 9 से 10 बच्चों को जन्म देती हैं। इनमें से 6 बच्चों को बैंक रखता है और बाकी उसी परिवार को दे दी जाती है जो बकरी पालन (Goat Farming) करता है। इतना ही नहीं बकरियों की देखभाल के लिए आवश्यक सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं। उनकी सहायता से गांव के लोग पशुपालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि विभिन्न क्षेत्रों में सफल प्रोफेशनल्स छोटे किसानों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उनका यह प्रयास हर किसी के लिए प्रेरणा देने वाला बन रहा है।

बकरी पालन के लिए सरकार से कितना मिलता है अनुदान

बकरी पालन (Goat farming) के लिए सरकार भी किसानों की मदद करती है। इसके लिए सरकार की ओर से बकरी पालन के लिए सब्सिडी (subsidy) प्रदान की जाती है। राजस्थान व बिहार में बकरी पालन के लिए पशुपालन विभाग की ओर से किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसी प्रकार अन्य राज्यों में भी बकरी पालन पर वहां के नियमानुसार सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। यदि बात करें बिहार की तो यहां बकरी पालन योजना के तहत पशुपालक किसान को 20 बकरी और एक बकरा मिलता है। इस पर राज्य सरकार की ओर से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। यानी पशुपालक किसान मात्र 10 प्रतिशत की धनराशि खर्च करके बकरी पालन का काम शुरू कर सकता है।

बकरी पालन से किसानों को कितना हो सकता है लाभ

बकरी पालन दो उद्देश्यों के लिए किया जाता है। एक तो इसके दूध के लिए और दूसरा मांस के लिए। यदि आप दूध के लिए बकरी पालन करते हैं तो आपको अधिक दूध देने वाली नस्ल का चुनाव करना होगा। वहीं आप मांस के लिए बकरी पालन करते हैं तो आपको उस हिसाब से उसकी नस्ल का चुनाव करना होता है। बकरी पालन बिजनेस (Goat rearing business) से मुनाफे की बात करें तो बकरी पालन से काफी बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक यदि एक किसान बकरी पालन (Goat farming) से अच्छी आय प्राप्त करना चाहता है तो उसे कम से कम 20 बकरियों से इस बिजनेस की शुरुआत करनी चाहिए। यदि पशुपालक या किसान 20 बकरियां पालता है तो इससे उसे 2,50,000 रुपए की कमाई हो सकती है। वहीं यदि किसान 20 बकरे को पालता है तो उसे बेचकर 2,00,000 रुपए तक की कमाई कर सकता है। ऐसे में बकरी व बकरों दोनों के पालन से अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

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