Published Dec 07, 2022
आयुर्वेदिक गुणों के कारण आंवले की देश-विदेश में भारी मांग है। आंवले से खाद्य पदार्थ, सौंदर्य प्रसाधन, दवाइयां आदि बनाई जाती है। किसान आंवले के पेड़ लगाकर कमाई कर सकते हैं।
आंवले की खेती हर प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। बस इसके लिए जलभराव वाली मिट्टी नहीं होनी चाहिए।
आंवले की खेती जुलाई से सितंबर के महीने में की जाती है। लेकिन इसकी खेती जनवरी से फरवरी महीने में भी की जा सकती है।
आंवले के पौधे को कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। बारिश और शरद ऋतु में सिंचाई की आवश्यकता नहीं पड़़ती है। गर्मियों में नए स्थापित बागों में 10-15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए।
आंवले की खेती के लिए सबसे पहले गड़ढे तैयार किए जाते हैं। गड्ढों की खुदाई 10 x 10 फीट या 10 x 15 फीट पर करनी चाहिए।
आंवला के साथ बेर, मोठ या मूंग, अमरुद, उड़द, बेर, फालसा, ढ़ैचा और गेहूं या जौ की खेती की जा सकती है।