Published Sep 03, 2024
बकरी पालन ट्रेनिंग में बकरी की प्रमुख नस्लों, प्रजनन प्रबंधन, प्रमुख बीमारियां, आवास निर्माण एवं प्रबन्धन, वि आवश्यक आहार की गणना एवं प्रबंधन, रोग, बकरी के दूध की विशेषताएं, अपशिष्टो से वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन, एकीकृत बकरी पालन आदि जानकारी मिलती है।
केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा ( www.cirg.res.in), भेड़-बकरी केंद्र इटावा( https://cigetawah.com/), भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली (https://www.ivri.nic.in/). इनके अलावा हर राज्य में बकरी पालन की ट्रेनिंग देने वाले सरकारी व निजी सेंटर उपलब्ध है।
भारत का हर नागरिक बकरी पालन की ट्रेनिंग ले सकता है। इसमें लघु, सीमांत या भूमिहीनों किसानों व अनुसूचित जाति व जनजाति के व्यक्तियों व बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाती है।
अगर आप बकरी पालन का 7 दिवसीय प्रशिक्षण लेते हैं तो अनुमानित बजट 10 हजार रुपए तक संभव है। इसमें रजिस्ट्रेशन शुल्क, आवास व भोजन का खर्च शामिल है।
अगर आप भारत सरकार के संस्थानों से बकरी पालन की ट्रेनिंग लेते हैं तो आपको एक सर्टिफिकेट मिलता है। साथ ही सरकारी योजनाओं के माध्यम से लोन व सब्सिडी की जानकारी मिलती है।
हर राज्य और मौसम के हिसाब से आसानी से पाली जाने वाली बकरियों की 37 नस्ल हैं।