Published Dec 15, 2022
हाईब्रिड किस्म के करेले की खेती बारह मास की जा सकती है। अगर गर्मी के सीजन में करेला बेचना चाहते हैं तो जनवरी से मार्च के बीच बुवाई करनी चाहिए।
कल्याणपुर बारहमासी, पूसा विशेष, हिसार सलेक्शन, कोयम्बटूर लौंग, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा औषधि, पंजाब करेला-1, पंजाब-14, कल्याणपुर सोना, पूसा शंकर-1 आदि।
करेले की खेती दो तरीके से की जा सकती है। एक तो बीजों द्वारा सीधा इसे खेत में बोकर और दूसरा इसकी नर्सरी तैयार करके।
करेले की फसल में कम ही सिंचाई की जरूरत होती है, बस खेत में नमी बनी रहनी चाहिए। इसके लिए इसकी हल्की सिंचाई की जा सकती है।
करेले की फसल, बुबाई के करीब 60 या 70 दिन में तैयार हो जाती है। फलों की तुड़ाई मुलायम और छोटी अवस्था में ही कर लेनी चाहिए।
प्रति एकड़ करीब 30 हजार रुपए की लागत आती है। एक एकड़ में करीब 50 से 60 क्विंटल तक उत्पादन से करीब 2 से 3 लाख रुपए तक का मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है।