Published Jan 14, 2023
न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से कम होने पर आलू की फसल में कई रोग लग जाते हैं और उत्पादन घटता है।
अधिक सर्दी के कारण आलू की फसल में अगात झुलसा, पिछात झुलसा और लाही रोग पनप जाते हैं।
पौधों की पत्तियों पर भूरे रंग का रिंगनुमा कन्सेंट्रिक गोल धब्बा बनता है और धब्बों के बढ़ने से पत्तियां झुलस जाती है। इस रोग का ज्यादा प्रकोप जनवरी के दूसरे-तीसरे हफ्ते में दिखाई देता है।
इस रोग के प्रकोप के कारण आलू की पत्तियां किनारे से सूख जाती हैं। तापमान 10 डिग्री से 19 डिग्री सेल्सियस रहने पर यह रोग फैलता है।
यह रोग पौधे की पत्तियों से रस चुसकर पौधो को कमजोर कर देता है और पत्तियों और तने छोटे व विकृत हो जाते हैं।
आलू की फसल को रोगों से बचाने के लिए प्लास्टिक की चादर से ढ़कने, नियमित सिंचाई और राख का छिड़काव जैसे उपाय किए जा सकते हैं।