Published Mar 09, 2022
खेत की 3-4 बार जुताई करने के बाद, जमीन को समतल कर 250-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से सड़ी हुई खाद डालकर खेत में समान रूप से टमाटर की पौध को 60*45 सें.मी. दूरी लेते हुए लगाना चाहिए।
अच्छी पैदावार के लिए खाद या उर्वरक का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करना चाहिए क्योंकि मिट्टी का पीएच मान अलग अलग क्षेत्रों में समान नहीं रहता है।
टमाटर की देशी किस्मों में पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी व पूसा गौरव होती है और हाइब्रिड किस्मों में सा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाईब्रिड-4 और रश्मि जैसी फसल होती है।
टमाटर की फसल लगभग पुरे साल मौसम के अनुसार उगाई जाती है। पौधे की रोपाई के दो से तीन महीनें पहले टमाटर की नर्सरी तैयार कर लेना चाहिए।
टमाटर की पौध लगाने के तुरंत बाद सिंचाई अवश्य करनी चाहिए और इसके बाद 15-20 दिनों के अंतराल में सिंचाई की जानी चाहिए।