Published Apr 09, 2022
किसान की उपज लंबे समय तक सुरक्षित रहती है। किसान भाव तेज होने पर फसल बेच सकता है।
चूहों, कीटों, नमी, फफूंद, दीमक, घुन, बैक्टीरिया से नुकसान होता है।
भंडारण से पहले गोदाम की सफाई करें, दीमक आदि अवशेषों को बाहर निकालकर जला दें। टूटी दीवार, छेद या दरार हो तो सही कराएं। अनाज को धूप में सूखाकर ठंडा होने के बाद ही बारियों में भरकर भंडारण करना चाहिए |
बोरियों को खोलते पानी में डालकर धोने के बाद धूप में सूखाना चाहिए।
कड़वा तेल लगाना, राख मिलाना, नीम, लहसुन या करंज के पत्ते कोठी में बिछाना, सूखे हुए लहसुन के डंठल रखना।