Published Sep 05, 2024
बाजार में बढ़ती मीट की मांग के कारण, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी के साथ ही बकरा पालन किया जाता है। इसकी बाजार में कीमत भी अच्छी मिलती है।
ब्लैक बंगाल नस्ल के बकरे अधिकांश रूप से बंगाल में पाए जाते हैं। यह मुख्य रूप से काले रंग के होते हैं। इसका वजन लगभग 25 से 30 किलोग्राम होता है।
बरबरी नस्ल के बकरे का रंग लाल के साथ सफेद धब्बेदार होता है। बरबरी बकरों के सींग काफी बड़े होते हैं, इनका वजन लगभग 35 से 45 किलो के बीच में होता है।
जखराना नस्ल का नाम राजस्थान के जखराना गांव पर पड़ा है। यह बीटल नस्ल से मिलती जुलती नस्ल है। इस नस्ल के बकरे का मांस काफी बिकता हैं।
बीटल नस्ल के बकरे पंजाब और हरियाणा राज्यों में पाये जाते है। इसके प्रौढ़ बकरे का वजन 50 से 60 किलोग्राम तक होता है।
गोहिलवाड़ी नस्ल के बकरे गुजरात के भावनगर, अमरेली और जूनागढ़ में पाये जाते हैं। इनकी लंबाई 85 से 89 सेमी और इनका औसत वजन 52 किलोग्राम के आसपास होती है।