Published Feb 02, 2023
मैंगोस्टीन एक फल है जो एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं। ये स्तन कैंसर, लीवर कैंसर और ल्यूकेमिया में लाभकारी माना गया है।
भारत में केरल राज्य में कई किसान इसकी खेती कर रहे हैं।
मैंगोस्टीन फल के गुणों के कारण इसकी बाजार मांग अच्छी है और इसकी कीमत भी बेहतर मिलती है, इसलिए इसकी खेती किसानों के लिए मुनाफा देने वाली साबित हो सकती है।
मैंगोस्टीन एक उष्णकटिबंधीय फल है, इसलिए इसके लिए मध्यम जलवायु की आवश्यकता होती है।
इसकी खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली रेतीली दोमट मिट्टी जिसमें कार्बनिक पदार्थों की अच्छी मात्रा हो, अच्छी रहती है।
मैंगोस्टीन के पौधे को जुलाई से अक्टूबर और अप्रैल से जून के महीनों के दौरान लगाया जा सकता है।