जानें पपीते की आधुनिक खेती के बारें में पूरी जानकारी

Published Mar 11, 2022

आइये इस वेब स्टोरी में पपीते की आधुनिक खेती के लिए उन्नत विधि व उत्पादन के तरीकों के बारे में जानते है |

उन्‍नत खेती

पपीते के उत्पादन के लिए नर्सरी में पौधों को उगाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है , इस प्रक्रिया में बीज बोने के लिए क्यारी जो जमीन से ऊंची उठी हुई संकरी होनी चाहिए। नर्सरी में बीज मार्च-अप्रैल, जून-अगस्त में उगाना चाहिए।

तैयारी

खेत को समतल रखना चाहिए ताकि पानी न भर सके, फिर पपीते के लिए 50x50x50 सेमी आकार के गड्ढे 1.5x1.5 मीटर की दूरी पर रखें और प्रत्येक गड्ढे में 30 ग्राम बीएचसी और 10 प्रतिशत धूल को एक साथ मिलाएं।

खाद व उर्वरक

अच्छी फ़सल प्राप्त करने के लिए प्रति वर्ष 200 ग्राम नाइट्रोजन, 250 ग्राम फ़ॉस्फऱस एवं 500 ग्राम पोटाश और 20-25 किलोग्राम गोबर की खाद प्रति पौधे में डालना चाहिए। खाद देने के बाद हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए।

तुड़ाई का समय

जब पपीते के फल का ऊपरी भाग पीला पड़ने लगे तो उसे डंठल के साथ तोड़ देना चाहिए और सड़े हुए फलों को अलग से हटा देना चाहिए।

उपज से कमाई

पपीते की उन्नत किस्मों से प्रति पौधे 35-50 किलोग्राम तक की उपज मिल जाती है, 5 हैक्टेयर में पपीते का उत्पादन करने पर एक सीजन में लगभग 10 लाख रुपए तक की कमाई हो सकती है।

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