Published Jan 06, 2023
भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत सभी पशुओं की टैगिंग होती है। इसके तहत 12 नंबर की यूनिक आईडी वाला एक आधार कार्ड बनाया जाता है।
यूनिक आईडी धारक पशु के मालिक को सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ आसानी से मिलता है।
इसका खर्चा बहुत कम है। कई राज्यों में मात्र 5 से 20 रुपए के बीच में यह बन जाता है।
पशु पालक को पशु चिकित्सक के पास जाकर अपना आधार कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देना होगा इसके बाद पशु का रजिस्ट्रेशन किया जाता है।
ऐसे दुधारू पशुओं पर सरकार से लोन मिलने में आसानी रहती है, क्योंकि पशुओं का पूरा डेटा ऑनलाइन उपलब्ध रहता है।
यूआईडी टैगिंग के आधार पर पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा भी सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है।