Published Sep 07, 2022
सरकार से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उठाएं और शहद की अच्छी रेट के लिए आयुर्वेद कंपनियों से संपर्क करें।
एक लाख रुपये तक का।
ग्रामीण इलाकों में प्रति वर्ष अनुमानित 1.20 लाख टन शहद का उत्पादन होता है।
मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन से और इस पोर्टल पर शहद की गुणवत्ता और मिलावट की जांच भी कराई जा सकती है |
मधुक्रांति पोर्टल और हनी कॉर्नर की शुरूआत के लिए इंडियन बैंक एवं नेशनल बी बोर्ड के बीच समझौता हुआ है।
किसानों के चयन के आधार पर 40 से 50 प्रतिशत तक