जानें, टमाटर को रोगों से बचाने के तरीकों की पूरी जानकारी

Published Jun 20, 2022

टमाटर में रोगों का प्रकोप क्यों अधिक होता है?

टमाटर के कोमल एवं मुलायम होने के कारण इसमें रोग जल्दी लगते हैं।

रोग लगने के लिए जिम्मेदार कारक

नमी युक्त वातावरण एवं उर्वरकों का आवश्यकता से अधिक प्रयोग।

कीट रोग लगने पर इसके उत्पादन में कितनी कमी आ सकती है?

उत्पादन में 20 से 25 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।

टमाटर में आर्द्र गलन रोग किस कारण से होता है और इसके क्या प्रभाव होते है ?

यह रोग फफूंद राइजोक्टोनिया एवं फाइोफ्थोरा कवकों के मिले जुले संक्रमण से होता है और इससे पौधे अचानक ही सूख जाते हैं तथा जमीन पर गिर कर सड़ जाते हैं।

आर्द्र गलन रोग के नियंत्रण के लिए क्या उपाय करना चाहिए?

बीजों को थायरम या केप्टान 3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज दर से उपचारित करके बोना चाहिए।

टमाटर में पर्ण कुंचन रोग किस कीट के द्वारा फैलता है और बचाव के तरीके क्या है ?

सफेद मक्खी द्वारा पर्ण कुंचन रोग फैलता है। बचाव के लिए ईमिडाक्लोक्रिड 17.8 एस एल 1 मिलीलीटर प्रति 3 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडक़ाव करें।

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