Published May 20, 2022
लौकी की फसल वर्ष में तीन बार उगाई जा सकती है। रबी, खरीफ और जायद सीजन में लौकी की खेती की जा सकती है।
जायद की बुवाई मध्य जनवरी, खरीफ मध्य जून से प्रथम जुलाई तक और रबी सितंबर अंत से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक
देश में लौकी की खेती सभी तरह की भूमि में सफलतापूर्वक की जा सकती है। भूमि का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
गर्म और आर्द्र जलवायु उपयुक्त
खरीफ व रबी सीजन में बोई लौकी को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है। जायद सीजन में 4-5 दिन के अंतराल में सिंचाई करनी चाहिए।
लौकी की खेती में पैदावार 50 दिनों बाद मिलनी शुरू होती है।