Published Jan 25, 2023
इस महोत्सव में 30 हजार से अधिक किसानों की भागीदारी, एग्री स्टार्टअप्स, प्रगतिशील किसानों से सीधा संवाद प्रमुख आकर्षण है।
कृषि महोत्सव में मुजफ्फरपुर बिहार से आए युवा छात्र आशुतोष और जिज्ञासु ने मशरूम का ऐसा उन्नत बीज किसानों को दिखाया है जो पराली में बोए जाने पर मात्र दस दिन में फसल देता है।
राजसमंद से आए कृषि इंजीनियर पूरण सिंह ने फलों के छलकों से खास जेल बनाया है। इसके उपयोग से फसल को दो से तीन बार कम पानी देना पड़ता है।
महाराष्ट्र के स्टार्टअप पेस्टोमेटिक कंट्रोल ने विशेष वाइल्ड एनिमल रेपेलेंट पेश किया है, जिसे पानी में मिलाकर खेतों की मेढ़ के आसपास छिड़काव से वन्यजीव खेतों में नहीं आते हैं।
गोबर वाला डॉट कॉम की ओर से गोबर से बने कई उत्पाद भी आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा डीआरडीओ के साथ मिलकर आर्मी की वर्दी बनाने पर भी काम हो रहा है।
कृषि महोत्सव में पटना की रिचा का प्रोडक्ट बायोडिग्रेडेबल सेनेटरी पैड की कुछ खास है। इस सेनेटरी पैड को केले के फाइबर से बनाया गया है। यह महिलाओं के लिए सेफ और हाइजेनिक है।