Published May 23, 2022
फसल विविधीकरण से तात्पर्य फसल को बदल कर बोने से हैं।
इस योजना के तहत किसानों को गेहूं और धान के अलावा अन्य फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस प्रोत्साहन योजना में गेहूं और धान के अलावा वे फसलें जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के दायरे में नहीं आती, शामिल रहेंगी।
इन उद्यानिकी फसलों में - आलू, प्याज, टमाटर एवं अन्य सब्जियां आदि सम्मिलित हैं।
फसल विविधीकरण अपनाने से कम लागत मेें अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। साथ ही मिट्टी की सेहत को भी सुधारा जा सकता है।
फसल विविधीकरण योजना में 3 साल तक सहायता मिलती है |