Published May 27, 2022
जून के महीने में धान की नर्सरी तैयार करने, मक्का और अरहर की बुआई का काम पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा सूरजमुखी और उर्द की फसल की कटाई की जानी चाहिए।
नर्सरी में यदि खैरा रोग दिखाई दे तो 10 वर्ग मीटर क्षेत्र में 20 ग्राम यूरिया, 5 ग्राम जिंक सल्फेट प्रति लीटर पान में घोल कर छिडक़ाव करें।
मक्का की खेती के लिए संकर मक्का की शक्तिमान 1, एच.क्यू.पीएम1, संकुल मक्का की तरुण, नवीन, कंचन,श्वेता और जौनपुरी सफेद एवं मेरठ पीली देसी प्रजातियां प्रचलित हैं।
अरहर की जल्दी तैयार होने वाली फसलों की किस्मेंं प्रभात और यू्.पी.ए.एस. हैं।
खेतों को अच्छी तरह से जुताई कर उसमें देसी खाद डालें। जुताई करने के बाद कई दिनों तक जमीन को खुली छोड़ दें यानि पाटा नहीं लगाएं। इसके बाद देसी खाद डाल सकते हैं।