Published Apr 07, 2022
उड़द की दाल में 23 से 27 प्रतिशत तक प्रोटीन पाया जाता है। यह भूमि को भी पोषक तत्व प्रदान करता है। इसकी फसल को हरी खाद के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
उड़द की फसल 43 डिग्री का तापमान भी सहन कर सकती है। 700 से 900 मिमी वर्षा वाले क्षेत्रों में उड़द की आसानी से खेती की जा सकती है।
हल्की रेतीली, दोमट या मध्यम प्रकार की भूमि जिसमें पानी का निकास अच्छा हो उड़द के लिए अधिक उपयुक्त होती है।
ग्रीष्मकाल में इसकी बुवाई फरवरी के अंत तक या अप्रैल के प्रथम सप्ताह से पहले करनी चाहिए। खरीफ सीजन में मानसून के आगमन पर या जून के अंतिम सप्ताह में पर्याप्त वर्षा होने पर बुवाई करें।
उड़द अकेले बोने पर 15 से 20 किग्रा बीज प्रति हैक्टेयर की आवश्यकता होती है।
फसल को कुल 3-4 सिंचाई की आवश्यकता होती है।