Published Nov 15, 2022
देश के किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ अपनी आय बढ़ाने के उद्देश्य से व्यावसायिक खेती की तरफ रुख कर रहें हैं। व्यावसायिक खेती में लाख की खेती प्रमुख है।
सरकार ने लाख की खेती करने वाले किसानों के लिए प्रशिक्षण व ब्याज मुक्त लोन देने की घोषणा की हैं।
कुसुमी लाख (बेर के पेड़ से प्राप्त)- 550 रुपए, रंगीन लाख (पलाश के पेड़ से प्राप्त)- 275 रुपए प्रति किलो सरकार ने निर्धारित किया है।
लाख पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रुपए, बेर पर 900 रुपए तथा पलाश पर 500 रुपए प्रति वृक्ष की लोन सीमा तय की गई है।
जिला सहकारी बैंक के माध्यम से
लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर जिले में एक प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है।