Published Jan 09, 2023
गन्ना बहुवर्षीय फसल है। इसकी खेती साल में दो बार शरदकालीन व बसंतकालीन सीजन में की जाती है।
शरदकालीन गन्ने की बुवाई अक्टूबर व नवंबर माह में की जाती है।
फरवरी से मार्च महीने के दौरान बसंतकालीन गन्ने की बुवाई की जाती है|
गर्मी में भारी मिट्टी वाले खेतों में 8-10 दिन के अंतर एवं ठंड के दिनों में 15 दिनों के अंतर से सिंचाई करें। हल्की मिट्टी वाले खेतों में गर्मी के दिनों में 5-7 दिनों के अंतर से व ठंड के दिनों में 10 दिन के अंतर से सिंचाई करना चाहिये।
गर्मी के दिनों में स्प्रिंकलर(फव्वारा) विधि से सिंचाई करके 40 प्रतिशत पानी की बचत की जा सकती है।
अगर गन्ना की खेती में पारंपरिक तरीके से सिंचाई करते हैं तो गन्ना की लंबाई छोटी रह जाती है जबकि ड्रिप सिंचाई से गन्ने की लंबाई अधिक रहती है।