Published Apr 19, 2022
आजकल जैविक खेती का प्रचलन बढ़ रहा है। जैविक खेती में वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल बड़ी मात्रा में किया जाता है जो केंचुओं से तैयार होती है।
केंचुआ के पालने से जो खाद तैयार होती है उसे वर्मी कंपोस्ट खाद कहते हैं।
यह खाद खरपतवार के बीज, जहरीले तत्व, रोगजनकों और ऐसे कारकों से पूरी तरह से मुक्त रहती है। वर्मी कंपोस्ट के उपयोग से प्रति हेक्टेयर पैदावार बढ़ती है।
जहां अंधेरा हो और तापमान की दृष्टि से यह थोड़ा गर्म रहे।
4 हजार वर्गफुट जगह में 15 हजार कृमि पनपाकर प्रति माह 4-5 लाख रुपए की कमाई संभव है।
करीब 3-4 हजार रुपए प्रति पाउंड के हिसाब से बाजार में केंचुए बिक रहे हैं।