Published May 16, 2022
झोरा तकनीक के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में छोटे से सीमेंट टैंक में मछली पालन किया जाता है।
सीमेंट के टैंकों को स्थानीय भाषा में झोरा कहा जाता है। इन झोरों में पहाड़ों से पानी आता है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और कलिम्पोंग इलाके
खाने के लिए मछलियां मिलती है। साथ ही मछलियों को बेच सकते हैं।
झोरा तकनीक पर 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है |
झोरा तकनीक की शुरुआत 1980 में हुई थी।