Published Apr 06, 2023
आधुनिक किसान, लगातार मुनाफा कमाने के लिए औषधीय, नकदी, कम लागत और ज्यादा आय वाली खेती की तरफ जा रहे हैं। ककोड़ा खेती बेहतरीन विकल्प है, एक बार लगाने पर 10 साल तक पैदावार मिलती है।
ककोड़ा की खेती नर्म और गर्म जलवायु यानि 20 से 30 डिग्री तापमान में ज्यादा उपयुक्त है, 1500 से 2500 मिली की कम बारिश, और 6 से 7 पीएच मान वाली मिट्टी चाहिए।
कंकोड़ा की चार उन्नत किस्में इंदिरा कंकोड़- 1, अंबिका- 12-1, अंबिका- 12-2, अंबिका- 12-3 हैं।
क्षेत्र, मौसम और कृषि तकनीक के अनुसार, ककोड़ा की पैदावार अलग-अलग होती है, लेकिन सामान्यतः एक एकड़ भूमि से 15 से 20 टन उत्पादन किया जा सकता है।
किसान 15000 किलो का भी सालाना उत्पादन करते हैं और थोक मूल्य में 50 से 60 रुपए किलो तक बिक्री करते हैं तो 9 लाख रूपए सालाना आयेगा। लागत और श्रम को कम कर दें तो किसान 7 से 8 लाख रुपए हर साल आसानी से कमा सकते हैं।
ककोड़ा कद्दू की तरह ही एक खास सब्जी होती है, जो स्वादिष्ट होने के साथ औषधीय गुणों से पूर्ण होती है, यही वजह है खुले मार्केट में उच्च मांग की वजह से 90 से 100 रूपए किलो तक बिकती है।