Published Sep 11, 2024
बांस की खेती के महत्व और कमाई के कारण इसे हरा सोना कहा जाता है। बांस घास परिवार का पौधा है और 40 साल तक पैदावार देता है।
बांस की खेती कम लागत में शुरू हो जाती है। आप एक हेक्टेयर भूमि में 1500 से 2000 पौधे लगाकर इनके बीच दूसरी फसल की खेती कर सकते हैं। इस विधि में 4 साल बाद 3 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।
बांस की खेती कहीं भी की जा सकती है। बांस के पेड़ अलग-अलग जलवायु और परिस्थितियों में आसानी से बढ़ सकते हैं।
बांस की खेती में बुवाई सही समय जुलाई का महीना होता है। हल्के जलवायु वाले क्षेत्रों में बांस को साल के किसी भी महीने में लगाया जा सकता है। बांस की नर्सरी बीज के माध्यम से तैयार की जाती है और बुवाई प्रकंदों के माध्यम से की जाती है।
भारत सरकार राष्ट्रीय बांस मिशन के तहत बांस की खेती पर सब्सिडी देती है। आधिकारिक बेवसाइट nbm.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। साथ ही सरकारी नर्सरी से बांस के पौधे मुफ्त मिलते हैं। सरकार प्रति पौधा 120 रुपए की सहायता देती है।
बांस की डिमांड लुगदी और कागज निर्माण, इंजीनियरिंग सामग्री, पैनल उत्पाद, मकान, स्कूल व इमारत, दवा, कपड़े, फर्नीचर, गलीचे और वस्त्र आदि उद्योगों में है।