Published Feb 05, 2023
चीकू फल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ए, टैनिन, ग्लूकोज जैसे कई पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
भारत में चीकू की खेती करने वाले प्रमुख राज्यों में कर्नाटक, तामिलनाडु, केरल, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, आंध्रा प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात हैं।
चीकू फल की खेती किसी भी प्रकार की उपजाऊ मिट्टी कर सकते हैं, लेकिन उचित जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी को चीकू के फल की पैदावार के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
पीली पत्ती किस्म, पीकेएम 2 हाइब्रिड किस्म, काली पत्ती किस्म, क्रिकेट बाल किस्म और बारहमासी किस्मों की खेती भारत में की जाती हैं।
चीकू के पौधों को अधिक पानी की जरूरत नहीं होती है। पूर्ण रूप से विकसित चीकू के पौधों को एक वर्ष में 7 से 8 बार सिंचाई करना पर्याप्त होता है।
चीकू की उन्नत किस्मों का एक पेड़ से औसतन 130 किलो ग्राम का वार्षिक उत्पादन प्राप्त हो जाता है। जिनसे 20 टन के आसपास उत्पादन आसानी से मिल जाता है।