Published Mar 17, 2022
काजू का पेड़ तेजी से बढ़ने वाला उष्णकटिबंधीय पेड़ है और सामान्य तौर पर काजू का पेड़ 13 से 14 मीटर तक बढ़ता है।काजू के पौधारोपण के तीन साल बाद फूल आने लगते हैं और उसके दो महीने बाद यह तैयार हो जाता है।
एशियाई देशों के अधिकांश तटीय क्षेत्र काजू उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र हैं। भारत में इसकी खेती मुख्य रूप से केरल, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तामिलनाडु, उड़ीसा एवं पं. बंगाल में की जाती है |
तटीय प्रभाव वाली लाल और लेटराइट मिट्टी वाले क्षेत्र इसकी खेती के लिए अधिक उपयुक्त होते हैं।
काजू के पौधे सॉफ्ट वुड ग्राफ्टिंग विधि से तैयार किए जा सकते हैं। भेंट कलम द्वारा भी पौधे तैयार किए जा सकते हैं। पौधे की तैयारी के लिए उपयुक्त समय मई-जुलाई का महीना है।
काजू के गिरे हुए नट को एकत्र करके इसे धूप में सुखाकर जूट के बोरों में भरकर ऊँचे स्थान पर रखा जाता है। प्रत्येक काजू के पौधे से प्रतिवर्ष लगभग 8 किलोग्राम नट प्राप्त होता है।