Published - 01 Sep 2020 by Tractor Junction
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर और दक्षिण भारत के साथ ही पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में अगले तीन दिन के लिए भारी बारिश की आशंका जाहिर की है। विभाग ने कहा है कि पश्चिमी राजस्थान के दूर-दराज के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, पूर्वी राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के दूर-दराज के इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है।
इधर स्काईमेट के अनुसार देश में बन रहे मौसमी सिस्टम से निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी राजस्थान के आगे निकल गया है और इस समय यह पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान पर है। जल्द ही यह कमजोर हो जाएगा। वहीं मॉनसून की अक्षीय रेखा इस निम्न दबाव के क्षेत्र से उत्तर प्रदेश में मथुरा और बहराइच होते हुए पूर्वोत्तर भारत में हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंच गई है। इधर दक्षिण भारत में तमिलनाडु के तटों पर एक ट्रफ बना हुआ है। इससे अगले 24 घंटों में बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, असम, मेघालय, तमिलनाडु, केरल व कर्नाटक भारी बारिश की संभावना है।
बीते 24 घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, उत्तरी कोंकण गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई। वहीं दक्षिण भारत में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भी कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई है। इधर अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, पूर्वी राजस्थान उत्तर पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, असम, मेघालय, दक्षिण भारत में आंतरिक तमिलनाडु, केरल, और कर्नाटक तथा उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत के बाकी भागों, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, लक्षद्वीप और गुजरात में भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इधर पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड और पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
जहां देश के कई हिस्सों में बारिश ने कहर बरपाकर फसलों को नुकसान पहुंचाया। वहीं कई जगहों पर बारिश से फसलों को जीवनदान मिला है। पिछले अगस्त महीने में हुई बारिश ने किसानों को खुश कर दिया। इस माह हुई बारिश से फसलों को फायदा पहुंचा है इससे चालू सीजन में खरीफ की रिकार्ड पैदावार होने की उम्मीद की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार साल 1901 के बाद यह पहला मौका है जब अगस्त महीने में इतनी ज्यादा बारिश हुई है। इस दौरान महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और ओडिशा में पहले ही रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई।
मौसम कार्यालय के मुताबिक मध्य भारत में अगस्त महीने में 482.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके चलते चालू सीजन में खरीफ फसलों की रिकॉर्ड पैदावार की उम्मीद है। हालांकि, अगस्त में ज्यादा बारिश से मध्य प्रदेश में बाढ़ को लेकर चिंता बढ़ी है। यहां फसलों को नुकसान पहुंचा है। जिससे इस राज्य में तिलहन और दलहन की पैदावार पर असर पढऩे की संभावना है।
साल - अगस्त में बारिश (मिलीमीटर)
1926 - 348
1958 - 328.7
1933 - 328.2
1963 - 328.2
2020 - 327.9* (मौसम विभाग के आंकड़े)
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