Published - 20 Dec 2021
सर्दी का असर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और अब शीतलहर के कारण सर्दी के तेवर ओर तीखे हो चले हैं। सबसे ज्यादा राजस्थान में शीतलहर का प्रकोप जारी है। यहां पारा माइनस नीचे चला गया है। हालांकि दिन में धूप के कारण सर्दी राहत मिल रही है, लेकिन सर्द हवाओं का असर बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक शीतलहर से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इसके बाद तापमान में वृद्धि होगी जिससे बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार इस समय एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर स्थित है, जिसका चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढऩे की संभावना है। इसके प्रभाव से निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग भारी वर्षा हो सकती है। वहीं दक्षिण अंडमान सागर से सटे बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के ऊपर तूफानी मौसम (40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) बन सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीत लहर से गंभीर शीत लहर की स्थिति और अगले 24 घंटों के लिए अलग-अलग इलाकों में शीत लहर की स्थिति जारी रहने की संभावना है। इसके बाद उपरोक्त क्षेत्रों में इसके समाप्त होने की बहुत संभावना है।
एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव में, पहला 22 से और दूसरा 24 दिसंबर, 2021 से, 22 से 25 दिसंबर के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम पृथक/बिखरी बारिश/बर्फबारी होने की संभावना है। 24 दिसंबर, 2021 को पंजाब में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश की भी संभावना है।
21 से 24 दिसंबर के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम छिटपुट / छिटपुट वर्षा होने की संभावना है। 22 और 23 दिसंबर को इस क्षेत्र में अलग-अलग ओलावृष्टि की भी संभावना है।
पश्चिमी हिमालय के बर्फीले पहाड़ों से बहने वाली ठंडी ठंडी हवाएं पूरे उत्तर पश्चिम भारत में चल रही हैं। इससे राजस्थान और कई अन्य उत्तरी और मध्य राज्यों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। राजस्थान में न्यूनतम रिकॉर्ड न्यूनतम तापमान -2.6 डिग्री, चुरू में -2.6 डिग्री, सीकर -2.5 डिग्री, भीलवाड़ा में 0.0 डिग्री, पिलानी में 0.1 डिग्री, चित्तौडग़ढ़ और गंगानगर में 1.8 डिग्री दर्ज किया गया। राजस्थान के कई अन्य जिलों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री या उससे कम दर्ज किया गया जैसे उदयपुर, अजमेर, जयपुर, कोटा और बीकानेर। दरअसल, दशक के दौरान दिसंबर के महीने में चुरू और सीकर का तापमान सबसे कम रहा है। उत्तर पश्चिम से ठंडी हवाएं अगले 2-3 दिनों तक जारी रहेंगी। राजस्थान के पश्चिमी जिलों के तापमान में और गिरावट आएगी या यह इसी तरह के दायरे में रह सकता है। राजस्थान के पूर्वी जिलों का तापमान अगले 24 घंटों तक स्थिर रह सकता है और उसके बाद धीरे-धीरे वृद्धि हो सकती है। तापमान में वृद्धि के बावजूद राज्य के कई हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी।
राजधानी में रविवार को इस मौसम का सबसे सर्द दिन रहा। दिनभर का औसत न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे कम न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रहा था। मौसम विभाग के अनुसार ठिठुरन भरी ठंड के साथ दिन में शीत लहर चलेंगी। 25 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान सामान्य 9 डिग्री सेल्सियस से कम रहने का अनुमान है। 21 और 22 दिसंबर को यह 5 डिग्री और 23, 24 और 25 दिसंबर को यह क्रमश: 6, 7 और 8 डिगी रहने की संभावना है। इस दौरान सुबह कोहरे के साथ ठंड रहेगी। दिन में धूप खिलने के बाद मौसम साफ रहेगा। वहीं दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में भी सर्दी का प्रकोप बना हुआ है।
पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी और शीतलहर ने लोगों की कंपकंपी छुटा दी है। रेवाड़ी में भी पारा जमाव बिदू पर पहुंच गया है। बीते दिन रेवाड़ी में न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, वहीं नारनौल में 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से 22 दिसंबर तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना जताई गई है। पिछले साल के मुकाबले इस बार रेवाड़ी में ठंड कुछ ज्यादा ही जल्दी अपना प्रभाव दिखाने लगी है। मौसम विभाग की मानें तो ठंड से अभी राहत नहीं मिलेगी। अधिकतम तापमान में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सर्दी को देखते हुए नारनौल में यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेवाड़ी और नारनौल दोनों ही जगहों पर प्रशासन की ओर से हिदायत दी गई है कि ठंड में कोई भी व्यक्ति बाहर खुले आसमान तले न सोए तथा उनको रैन बसेरों में पहुंचाया जाए।
मध्य प्रदेश के मौसम के मिजाज एक दम बदल गया है। राज्य में शीतलहर चल रही है और प्रदेश भर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में सबसे न्यूनतम तापमान 0.5 पचमढ़ी में दर्ज किया गया है और कई जिलों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। मौसम विभाग ने 20 दिसंबर को सभी संभागों में सीवियर कोल्ड वेव और कोल्ड वेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं एक दर्जन से ज्यादा जिलों में पाला पडऩे की भी चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, चंबल, होशंगाबाद और शहडोल संभागों के जिलों में दो दिन तक तीव्र शीतलहर चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं रीवा, उमरिया, छतरपुर, टीकमगढ़, मंडला, बालाघाट, सीहोर, भोपाल, रायसेन, भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना और दतिया जिलों में पाला पडऩे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 16किमी/ घंटा की रफ्तार चलने के आसार है।
इस समय पूरे प्रदेश में कड़ाके ठंड पड़ रही है। राजधानी समेत करीब सभी जिलों में न्यूनतम पारा दस डिग्री से नीचे लुढक़ चुका है। लखनऊ रविवार को दिन और रात के पारे के हिसाब से इस सीजन का सबसे सर्द दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान चार डिग्री की गिरावट से दोपहर के समय भी लोगों की कंपकंपी छूट गई, जबकि रात का पारा आधे डिग्री की और गिरावट के साथ 6.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले तीन दिन ठंड और बढ़ेगी।
उत्तर-पूर्वी हवाओं के प्रवेश करने से बिलासपुर संभाग ठंड की गिरफ्त में आ चुका है। पेंड्रारोड में शीतलहर जैसी स्थिति है। न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बिलासपुर में रात के साथ दिन में भी ठंडी व शुष्क हवाएं चलने लगी है। दिसंबर में रविवार अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा। मौसम वेधशाला लालपुर के विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक प्रदेश में उत्तर-पूर्व से ठंडी और शुष्क हवाओं का आगमन शुरू हो चुका है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में अगले तीन दिनों में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट संभावित है। 20 व 21 दिसंबर को प्रदेश के कुछ इलाकों में सुबह कोहरा छाने की संभावना है। खास तौर से उत्तर छत्तीसगढ़ में यह स्थित बन सकती है। बिलासपुर में अभी ठंड और बढ़ने की संभावना है।
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