Published - 02 Aug 2021 by Tractor Junction
देश में मानसून ने दस्तक दे दी है। बीते दिनों कई राज्यों में भारी बारिश हुई तो कई मेें मध्यम बारिश दर्ज की गई। इस समय देश में कई मौसमी सिस्टम सक्रिय है जिनके कारण बारिश को लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। इसके अनुसार मध्यप्रदेश और राजस्थान में 5 अगस्त तक भारी बारिश की होगी। इसके अलावा अन्य राज्यों में मानसूनी गतिविधियां देखने को मिलेंगी। आईएमडी ने दो राज्यों मध्य प्रदेश और राजस्थान में 5 अगस्त तक व्यापक से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। इस दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के क्षेत्रों में 3 अगस्त तक तेज बारिश जारी रहेगी। पश्चिम मध्य प्रदेश में 2 अगस्त को अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। वहीं 3 अगस्त तक तीव्रता में कमी के साथ बारिश होगी।
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मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही विभाग ने बताया कि पूर्वी हिस्से में मानसून के आगे बढऩे के साथ पश्चिम बंगाल के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके मानसून के पश्चिम की ओर झारखंड और बिहार की तरफ बढऩे के आसार हैं। इस वजह से इन राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। दिल्ली और हरियाणा में अगले कुछ घंटे बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में पांच अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश होने और राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। हरियाणा में पांच अगस्त और हिमाचल प्रदेश में दो से चार अगस्त तक भारी बारिश होने का अनुमान है। प्रायद्वीपीय भारत, उससे जुड़े पूर्व मध्य भारत, महाराष्ट्र और गुजरात में अगले तीन-चार दिनों में बारिश में कमी आने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर और मध्य भारत के कुछ राज्यों में अगले चार दिनों में तेज बारिश होने का अनुमान है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यहां अगले तीन दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है। दो अगस्त तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं छिटपुट तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में, दो अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और चार अगस्त तक उत्तराखंड और हरियाणा में भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में मानसून फिर सक्रिय है। इस कारण आने वाले 3 से 4 दिन तक कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। विभाग के मुताबिक, 3 अगस्त तक राजस्थान के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसमें सबसे ज्यादा बारिश झालावाड़, बारां, प्रतापगढ़, चित्तौडग़ढ़ और बांसवाड़ा में होने की संभावना है। इन जिलों में 100 से 200 मिलीमीटर तक बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान विभाग ने मध्य प्रदेश के 10 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें अगले 24 घंटों में बहुत भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना जताई गई है। आईएमडी के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, नीमच और मंदसौर में अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली गिरने के साथ 115.6 मिमी से 204.5 मिमी या उससे अधिक की बारिश होने की संभावना है। जबकि मध्य प्रदेश के 17 जिलों शहडोल, उमरिया, रीवा, अनूपपुर, सिंगरौली, सीधी, पन्ना, दमोह, सागर, नीमच, मंदसौर, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना के लिए भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश के दक्षिण उत्तरी इलाके में बने कम हवा के दबाव क्षेत्र और इसके साथ ही आसपास के इलाकों पर केन्द्रित चक्रवातीय दबाव की वजह से आगामी 5 अगस्त तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। 3 अगस्त को ललितपुर व आसपास के इलाकों में बहुत भारी बारिश होने तथा झांसी व आसपास के इलाके में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। चार अगस्त को भी ललितपुर में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है। बता दें कि प्रदेश में मानसून सक्रिय है। इस दौरान प्रदेश में कहीं हल्की से सामान्य तो कहीं भारी बारिश रिकार्ड की गई।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस समय देश भर कई मौसमी सिस्टम सक्रिय है। इससे देश के कई राज्यों में बारिश होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान देश के कई राज्यों मानसूनी गतिविधियां देखने को मिल सकती है। इस समय दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। वहीं दक्षिण हरियाणा और आसपास के क्षेत्र पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसका संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इसी प्रकार मॉनसून की ट्रफ रेखा गंगानगर, दक्षिण हरियाणा पर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र, फिरोजाबाद, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र, डाल्टनगंज, दीघा और फिर उत्तर पश्चिम बंगाल की ओर जा रही है। इससे कई राज्यों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है।
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