मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 : किसान इंजीनियर ने बनाया मिनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जानें खासियत

Share Product प्रकाशित - 24 Nov 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 : किसान इंजीनियर ने बनाया मिनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जानें खासियत

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 को निवेशकों के सहयोग और FAME से सब्सिडी का इंतजार

किसान की परेशानी किसान से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है। डीजल की बढ़ती कीमत के कारण ट्रैक्टर से खेती करना लगातार महंगा हो रहा है। खेती में ज्यादा लागत आने से किसानों की कमाई हर साल घट रही है। किसानों की समस्या को समझते हुए गुजरात के किसान इंजीनियर ने खेतों में एक मिनी ई ट्रैक्टर बनाया है। यह मिनी ट्रैक्टर मात्र 10 रुपए के खर्च में एक घंटे खेत में काम कर सकता है। गुजरात के किसान इंजीनियर निकुंज कोराट और उसके भाइयों ने इस ट्रैक्टर को बनाने के लिए करीब एक करोड़ रुपए निवेश किया है। यह इलेक्ट्रिक मिनी ट्रैक्टर हाल ही में आईसीएटी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) से प्रमाणित हुआ है। ट्रैक्टर की कीमत करीब 5.5 लाख रुपए रखी गई है। अब युवा इंजीनियर की टीम को अपने इस स्मॉल इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को देश-विदेश में बेचने के लिए निवेशकों का इंतजार है। साथ ही फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्यूफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया (एफएएमई) से सब्सिडी की मांग की है जिससे इस ट्रैक्टर को किसानों को कम कीमत पर बेचा जा सके।

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 ट्रैक्टर बनाने वाले युवा किसान इंजीनियर के बारे में जानें

ट्रैक्टर कंपनियां किसानों की जरुरतों और बजट के अनुसार अपने अनुसंधान एवं विकास केंद्रों में ट्रैक्टर बनाती है। लेकिन मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 ट्रैक्टर को गुजरात के किसान इंजीनियर निकुंज और उसके भाईयों ने एक करोड़ रुपए का निवेश करके खेतों में ही बनाया है। निकुंज ने ट्रैक्टर बनाने से पहले अपने गांव के किसानों की राय ली। उनसे पूछा कि ट्रैक्टर में ऐसा क्या होना चाहिए जिससे खेती की लागत काम हो सके। किसानों के सुझाव पर उन्होंने ट्रैक्टर बनाना शुरू किया। निकुंज इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियर है। इस मिनी ई ट्रैक्टर से पहले मोटरसाइकिल माउंटेड जुताई मशीन बना चुके हैं। खेती से लगाव होने के कारण निकुंज अपने पिता व चाचा की खेती में मदद भी करते रहते हैं। निकुंज के अनुसार डीजल ट्रैक्टर एक घंटे में लगभग एक लीटर डीजल की खपत करता है, और इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को चलाने की लागत सिर्फ 10 रुपये प्रति घंटा है। 

ऐसे आया इलेक्ट्रिक मिनी ट्रैक्टर बनाने का आइडिया

देश में चाल साल पहले इलेक्ट्रिक रिक्शा की लहर शुरू हुई थी। उस समय निकुंज को इलेक्ट्रिक मिनी ट्रैक्टर बनाने का विचार आया। निकुंज के मीडिया में प्रकाशित बयानों के अनुसार देश में किसानों के पास कृषि योग्य भूमि कम हो रही है। खेती की जोत कम होने के कारण किसान के लिए अधिक एचपी के ट्रैक्टर में निवेश करना जोखिम भरा काम हो गया है। अब किसान के ऑप्शन है कि या तो वह किराए पर ट्रैक्टर मंगाए या कम एचपी वाला ट्रैक्टर खरीदे। देश में छोटे किसानों की संख्या सबसे अधिक है। यही कारण है कि मिनी ट्रैक्टरों की मांग लगातार बढ़ रही है। इस पर निकुंज कोराट ने अपने भाइयों मोहित कुमार और चंदूलाल के साथ श्री मारुत ई-एग्रोटेक स्टार्टअप शुरू किया और अब तक करीब 1 करोड़ रुपए से अधिक निवेश कर चुके हैं।

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 के चार्जिंग फीचर्स

  • मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर एक बार चार्ज होने पर 6 से 8 घंटे तक काम कर सकता है। इस ट्रैक्टर को 4 घंटे में चार्ज किया जा सकता है। 
  • मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 में एलएफपी (लिथियम आयरन फॉस्फेट) केमिस्ट्री के साथ लीथियम-आयन बैटरी पैक दिया गया है जिसका 15,000 घंटे तक चलने का दावा किया गया है।

 
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0  इंजन

इस ट्रैक्टर में 3 किलोवाट की मोटर दी गई है। पीटीओ कैपेसिटी 7.5 किलोवाट है। 4+4 फॉरवर्ड और रिवर्स गियर के साथ इस ट्रैक्टर में मैकेनिकल स्टीयरिंग दी गई है। मजबूत पकड़ के लिए ड्राई ब्रेक हैं।

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0  गियर बॉक्स

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर में स्लाइडिंग मेश टाइप का ट्रांसमिशन दिया गया है जो सिंगल फ्रिक्शन क्लच के साथ आता है। इस ट्रैक्टर की अधिकतम स्पीड 16 किलोमीटर प्रतिघंटा है।

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 पीटीओ

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0  ट्रैक्टर में 6 स्प्लाइन टाइप की पीटीओ दी गई जो 200 से 750 आरपीएम की स्पीड से काम करती है। पीटीओ कैपेसिटी 7.5 किलोवाट है। मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 स्मॉल ट्रैक्टर की लिफ्टिंग क्षमता 1 टन है।

 मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0  डायमेंशन

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0  मिनी ट्रैक्टर का कुल वजन 670 किलोग्राम है। यह ट्रैक्टर की चौड़ाई 28 इंच है जबकि लंबाई 2100 एमएम है। व्हीलबेस 1410 एमएम और ग्राउंड क्लीयरेंस 270 एमएम है। 

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर के अन्य फीचर्स

मारुत ई ट्रैक्ट 3.0 उन सभी अनुप्रयोगों के लिए फिट है जो एक छोटा डीजल ट्रैक्टर चलाने में सक्षम है।

मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 की कीमत सबसे बड़ी चुनौती

निकुंज ने मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर की अनुमानित कीमत 5.5 लाख रुपए तय की है। अब इस कीमत पर ट्रैक्टर के खरीदार मिलना एक चुनौती है। भारतीय ट्रैक्टर बाजार में 2.5 लाख रुपए में एक मिनी ट्रैक्टर आसानी से मिल जाता है। किसान इस ट्रैक्टर के लिए 5.50 लाख रुपए क्यों खर्च करें? यह एक बड़ा सवाल है। निकुंज का कहना है कि हालांकि उनके मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर को खरीदना थोड़ा चुनौतीपूर्ण है लेकिन 15 हजार घंटे से अधिक समय तक संचालन करने पर यह ट्रैक्टर बहुत सस्ता साबित होगा। इसकी मेंटीनेंस कोस्ट भी बहुत कम है। इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को चलाने की लागत सिर्फ 10 रुपये प्रति घंटा है। 

सरकार के सहयोग से सस्ती कीमत संभव

अगर भारत सरकार फेम योजना के तहत निकुंज जैसे युवा उद्यमियों की सहायता करती है तो किसानों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो सकते हैं। निकुंज भारत सरकार की FAME योजना के लिए ट्रैक्टरों को भी कवर करने का अनुरोध करता है। निकुंज का कहना है कि भारत एक बड़ी कृषि अर्थव्यवस्था है। यदि ऐसा होता है, तो मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 जैसे इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर सब्सिडी लगभग 1.5 लाख रुपये होगी। कृषि के लिए सरकार ज्यादा सब्सिडी प्रदान करती है तो तो इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को भी बाकी ईवीएस से ज्यादा मिलना चाहिए। 


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