Published - 22 Sep 2021 by Tractor Junction
देश में आए दिन पेट्रोल व डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी ने आम आदमी का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। इतना ही नहीं इसका असर अन्य चीजों पर भी पड़ा है। खाने की वस्तुओं सहित अन्य प्रकार की वस्तुओं की कीमतों में इजाफा हुआ है। इससे कृषि क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। इस पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण खेती की लागत में बढ़ गई है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि कृषि क्षेत्र में भी उर्जा के दूसरे विकल्पों की तलाश की जाए ताकि हमारी पेट्रोल व डीजल पर निर्भरता कम हो सके।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मालवा का क्षेत्र यहां के किसानों के लिए जाना जाता है। यदि यहां ट्रैक्टर सीएनजी से संचालित होने लगे तो न केवल किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी बल्कि प्रदेश के विकास की गति भी दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने यह बात इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन में सडक़ परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रैक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि आप सीएनजी ट्रैक्टर (CNG tractor) का इंतजाम करें। सीएनजी पंप केंद्र सरकार आपको उपलब्ध कराएगी। यह मध्यप्रदेश में जलवायु संरक्षण के क्षेत्र में एक बहुत ही उम्दा पहल होगी। जिस तरह इंदौर में वेस्ट टू वेल्थ का रूपांतरण हो रहा है। उसी तरह से मैं इंदौर नगर निगम आयुक्त को सुझाव दूंगा कि वे टॉयलेट के गंदे पानी से ग्रीन हाइड्रोजन के निर्माण के क्षेत्र में भी कार्य करें। भविष्य में पेट्रोल और डीजल की जगह ग्रीन हाइड्रोजन से गाड़ियों को चला सकेंगे। आज भारत ऑयल के इंपोर्ट के लिए जाना जाता है, यदि हमने इस दिशा में कार्य किया तो हम भविष्य में ग्रीन हाइड्रोजन के एक्सपोर्ट के लिए जाने जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसी साल फरवरी 2021 में सीएनजी से चलने वाला भारत का पहला ट्रैक्टर औपचारिक रूप से लॉन्च किया था। इस ट्रैक्टर को डीजल से सीएनजी ईंधन वाला बनाया गया था। पहला ट्रैक्टर जो लॉन्च किया गया वो रेट्रो फिटटेड था यानी पुराने ट्रैक्टर में ये सीएनजी फिट किया गया था। ये ट्रैक्टर खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का था जो उन्होंने ने 2012 में लिया था।
देश के सबसे तेजी से बढ़ते ट्रैक्टर ब्रांड और देश से नंबर वन निर्यात ब्रांड सोनालीका ने इसी साल देश के किसानों के लिए फील्ड रेडी ट्रैक्टर ‘टाइगर इलेक्ट्रिक’ को लांच किया था। यह ट्रैक्टर बेहतरीन पावर, घर पर आसान चार्जिंग, जीरो कार्बन फुट प्रिंट के साथ-साथ भारतीय किसानों को प्रदूषण रहित खेती के लिए बनाया गया है, जो पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है। यह ट्रैक्टर एक बार चार्ज होने के बाद खेतों में दमदार तरीके से 8 घंटे तक काम करता है। इस ट्रैक्टर में डीजल के मुकाबले एक चौथाई खर्च ही आएगा।
देश में ट्रैक्टर निर्माण के क्षेत्र में सोनालीका एक जाना-पहचाना नाम है। देश के सबसे तेजी से बढ़ते ट्रैक्टर ब्रांड सोनालीका की यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका सहित 130 से अधिक देशों में उपस्थिति दर्ज है। सोनालीका ट्रैक्टर ने भारत के पहले फील्ड रेडी ट्रैक्टर ‘टाइगर इलेक्ट्रिक’ को पेश किया है। उच्च टेक्नोलॉजी से सुसज्जित किसान हितैषी इस ट्रैक्टर को यूरोप में डिजाइन किया गया है और भारत में तैयार किया गया है। टाइगर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का निर्माण दुनिया भर के लिए अधिक पावर के साथ-साथ एमिशन फ्री और शोर रहित खेती के लिए हुआ है। सोनालीका ट्रैक्टर दुनिया भर में अपने कस्टमाइज्ड और टेक्नोलॉजी से लैस प्रोडक्ट्स के साथ कृषि मशीनीकरण को आगे ला रहा है जो मेक इन इंडिया ही नही मेड फॉर द वर्ल्ड का भी एक सही उदाहरण है।
देश की सभी ट्रैक्टर कंपनियां डीजल वेरिएंट में अपने ट्रैक्टर मॉडल उपलब्ध कराती है। सोनालीका ट्रैक्टर कंपनी सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर लांच कर चुकी है। प्रमुख ट्रैक्टर निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं और भविष्य में सीएनजी से चलने वाले ट्रैक्टर भी बाजार में उपलब्ध होंगे। किसी भी ट्रैक्टर को सीएनजी से चलाने के लिए इंजन में बदलाव किया जाता है। सीएनजी ट्रैक्टर की कीमत अलग-अलग कंपनियों की भिन्न हो सकती है। जो किसान सबसे कम डीजन खाने वाला ट्रैक्टर खरीदना चाहते हैं या सबसे ताकतवर ट्रैक्टर चाहते हैं वे ट्रैक्टर जंक्शन वेबसाइट पर जाकर अपनी पसंद का ट्रैक्टर खोज सकते हैं। बैटरी से चलने वाला ट्रैक्टर यानि इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक किसानों की पंसद बना हुआ है। किसान ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग कर अन्य व्यावसायिक कार्य भी करके अपनी आदमनी बढ़ाते हैं। कई किसान छोटा ट्रैक्टर भी पंसद करते हैं जो कम बजट में उपलब्ध हैं।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।