Published - 04 May 2021 by Tractor Junction
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया हुआ है। हर दिन लाखों की तादाद में लोग संक्रमित हो रहे हैं। वहीं मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना से हर दिन 3400 से ज्यादा मरीज दम तोड़ रहे हैं। मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 14 दिन के अंदर 185 प्रतिशत मौतें बढ़ गईं। न्यूयॉर्क टाइम्स के कोविड ट्रैकर के मुताबिक, इस वक्त देश में हर दिन औसतन 3417 मौतें हो रही हैं जबकि चार सप्ताह पहले यहां हर दिन 787 मौतें हो रही थीं। सात दिन के औसत आंकड़ों के आधार पर 14 दिन के बदलाव की गणना की जाती है जिसे संक्रमण की सटीक स्थिति का प्रामाणिक आंकड़ा माना जाता है।
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भारत में दूसरी लहर के कहर को लेकर लगाए गए वैज्ञानिक अनुमान भी सटीक स्थिति का पता नहीं लगा पा रहे हैं। अप्रैल मध्य में लांसेट पत्रिका में प्रकाशित हुए अध्ययन में दावा किया गया था कि जून के पहले सप्ताह में जाकर हर दिन यहां ढाई हजार से ज्यादा मरीजों की मौत होगी। जबकि 27 अप्रैल को ही भारत में रोजाना होने वाली मौतों का आंकड़ा तीन हजार के पार हो गया था।
न्यूयॉर्क टाइम्स के कोविड ट्रैकर के मुताबिक, भारत में पिछले 14 दिनों में 82 प्रतिशत संक्रमण के नए केस बढ़ गए हैं। चार सप्ताह पहले भारत में औसतन 1,43,343 नए मरीज मिल रहे थे, जबकि अब हर दिन 3,68,647 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है। इधर कोरोना को लेकर भारत में स्थिति नियंत्रण के बाहर होती दिखाई दे रही है। सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। संक्रमण की दर बढ़ती जा रही है और मौतों का सिलसिला जारी है।
देश में सोमवार को कोरोना के 3,55,828 नए मामले आए तथा 3438 और मरीजों की मौत हो गई। वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, संक्रमितों की कुल संख्या 2 करोड़ 2 लाख 75 हजार 543 पर पहुंच गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.13 प्रतिशत है। जबकि मृतक संख्या 2 लाख 22 हजार 666 हो गई है। देश में 01 मई को संक्रमण के रिकॉर्ड 4,01,993 नए मामले आए थे वहीं दो मई को 3,92,488 मामले सामने आए। कोरोना के ऐक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र 34,44,548 हो गई है।
देश में टीकाकरण की गति धीमी हो गई है और लगातार कोरोना वायरस मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले महीने की शुरुआत से कोरोना टीकाकरण की गति में लगातार गिरावट देखी गई है, क्योंकि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां मांग के अनुसार सप्लाई और आयात को बढ़ाने में संघर्ष कर रही हैं। 5 अप्रैल को प्रतिदिन होने वाले टीकाकरण की संख्या 45 लाख पहुंच गई थी जो अब औसतन 25 लाख पर आ गई है। बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के कारण देश के कई हिस्सों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है। सरकार के को-विन https://dashboard.cowin.gov.in पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने की क्षमता वाले भारत ने अपने 1.35 बिलियन लोगों में से केवल 9.5 प्रतिशत लोगों को आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिरक्षित किया है। मतलब अभी केवल लगभग 10 प्रतिशत लोगों का ही वैक्सीनेशन हो पाया है।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर कितनी खतरनाक स्तर पर पहुंच गर्ई है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है और श्मशानों में उनके अंतिम संस्कार के लिए अब जगह नहीं मिल रही है। कोरोना के कारण हुई मौतों से लाशों का ढेर लग गया है, इसलिए कई श्मशान घाटों में जगह की कमी हो रही है। इधर कर्नाटक के चामराजपेट में एक श्मशान के अधिकारियों ने शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह की कमी के कारण श्मशान के बाहर हाउस फुल का एक साइनबोर्ड लगा दिया और कहा कि दाह संस्कार के लिए और शव नहीं लिए जाएंगे। बेंगलुरु में शहर में 13 शवदाहगृह हैं और कोविड -19 मामलों में हाल ही में वृद्धि के कारण वे सभी भरे हुए चल रहे हैं। बता दें कि कि सोमवार को कर्नाटक में कोरोना के 44,438 नए मामले सामने आए और 239 लोगों की मौत हो गई।
देश में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कई अहम सुझाव दिए हैं जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन की सलाह दी है। वहीं राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने सरकार से कोरोना की चेन तोडऩे के लिए दो सप्ताह के राष्ट्रीय लॉकडाउन की सिफारिश की है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा और ओडिशा सहित कुछ राज्यों ने पहले ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। कोविड-19 टास्क फोर्स के मुताबिक कोरोना तेजी से अपना रूप बदल रहा है, जिसके कारण कोरोना पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। टास्क फोर्स ने जोर देते हुए कहा है कि अगर इसी तरह कोरोना के मामले बढ़ते रहे तो देश का स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह से टूट जाएगा। इधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना के प्रसार से बचने के लिए अब फुल लॉकडाउन ही एकमात्र रास्ता बचा है। राहुल गांधी ने कोरोना से निपटने के लिए खराब प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, भारत सरकार समझ नहीं रही। इस स्थिति में कोरोना को फैलने से रोकने का एकमात्र रास्ता पूर्ण लॉकडाउन है। भारत सरकार की निष्क्रियता से कई मासूम लोग मर रहे हैं।
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