Published - 27 Apr 2021 by Tractor Junction
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया परेशान है। हर रोज कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। भारत में तो कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में बेड नहीं है, ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए हम सभी को पहल करनी चाहिए। प्राणवायु ऑक्सीजन ही जीवन का आधार है। इसके बिना हम एक पल भी नहीं कर सकते हैं और इसी ऑक्सीजन की कमी के कारण आज कई लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं। हाल ही में दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की मौत का मुख्य कारण ऑक्सीजन ही रहा। आज हम आपसे इसी ऑक्सीजन के बारे में ही चर्चा करेंगे और आपको बताएंगे कि आप किस तरह से अपने घर पर ही ऑक्सीजन का लेवल किस तरह बढ़ा सकते है। आशा करते हैं हमारे द्वारा दी जा रही जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
सबसे पहले हम ये जानते हैं कि ऑक्सीजन क्या है। ऑक्सीजन हमारे जीवन के लिए बेहद अहम है। हमारे वायुमंडल में 78.8 प्रतिशत नाइट्रोजन, 20.95 प्रतिशत ऑक्सीजन, 0.93 प्रतिश आर्गोन, 0.038 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड व थोड़ी मात्रा में वाष्प होती है। जीवों में ऑक्सीजन उनकी उपापचय क्रियाओं के लिए अति आवश्यक है, वहीं वनस्पतियों का निर्माण ऐसे रासायनिक घटकों से हुआ जो ऑक्सीजन का निर्माण करते थे।
पहले से चल रही कई मेडिकल कंडिशंस रक्त ब्लड ऑक्सीजन लेवल को गिरा सकती हैं। उनमें सीओपीडी, अस्थामा, लंग का कोलेप्स होना, हृदय रोग, एनीमिया, धूम्रपान आदि शामिल हैं। शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाना कई रोगों का कारण बनता है। ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर सबसे जल्दी और सबसे बुरा असर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। इस स्थिति में कोई भी वायरस और बैक्टीरिया हमारे शरीर पर हावी हो सकता है।
शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम होने पर व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। सांस फूलने लगना है। व्यक्ति को जल्द थकान महसूस होने लगता है। भ्रम की स्थिति हो जाती है। होठों व चेहरे का रंग नीला पडऩे लगता है। सीने में दर्द या जलन महसूस होती है और व्यक्ति को चलने व उठने तक में परेशानी होने लगती है।
शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कई तरीकों से बढ़ाया जा सकता है। अपनी आदतों और खानपान में बदलाव लाकर, सुपाच्य भोजन लेकर, मॉर्निंग वाक, प्राणायाम, योग, मेडिटेशन, खुली हवा में सांस लेना और छोडऩा, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन आदि ऐसे कई उपाय है जो आपके शरीर में ऑक्सीजन के लेवल को बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारें में-
ऑक्सीजन की तरह ही पानी शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हमारे शरीर में करीब 70 प्रतिशत जल होता है। पानी की कमी होने पर ऑक्सीजन का लेवल कम होने लगता है। जल की संरचना पर हम गौर करें तो जल जिन दो गैसों को मिलकर बनता है। इसमें दो हाइड्रोजन के परमाणु और एक ऑक्सीजन का परमाणु मिलकर जल बनता है। अत: जल यानि पानी हमारे शरीर में ऑक्सीजन के लेवल को बढ़ाने में भरपूर मदद करता है। इसलिए आप भरपूर मात्रा में पानी पीएं। यहां इस बात का ध्यान रखें कि एक साथ खूब सारा पानी न पीकर दिन मेें कई बार
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
आयरन शरीर में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करता है। आयरन शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन को लेकर जाता है और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत रखता है। इसके लिए आप अपने भोजन में सेब, गुड, किशमिश समेत उन चीजों को शामिल करें जिनमें आयरन अधिक होता है।
योग व प्राणायाम का सहारा लेकर भी शरीर में ऑक्सीजन के लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए अनुलोम-विलोम, कपालभांति, भस्त्रिका प्राणायाम का सहारा लिया जा सकता है। रोजाना सिर्फ 15 मिनट ये योग करने से आपके शरीर का ऑक्सीजन इनटेक बढ़ जाता है और आप भीतर से रिलैक्स महसूस करती हैं। ये प्राणायाम भी शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाते हैं
अक्सर देखने मेें आता है कि लोग पूरा-पूरा दिन घरों में कूलर, एसी, पंखे में पड़े रहते हैं। इससे उन्हें प्राकृतिक हवा मिल ही नहीं पाती है और परिणाम स्वरूप हम बीमार होने लगते हैं। हमें कई प्रकार की बीमारियां घेर लेती है। इसलिए अपनी आदत में बदलाव करें सुबह-सबरे सैर को जाएं। ये भी संभव न हो तो अपने घर की बालकनी या छत पर कुछ देर खुली हवा में सांस लें। सुबह-सुबह घर के खिडक़ी व दरवाजे खोलें ताकि ताजी हवा कमरे में पहुंच सके और साथ में सूर्य का प्रकाश भी। क्योंकि ये दोनों ही हमारे स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है। हो सके तो सुबह सूर्य उगने से 10 बजे तक की धूप में कुछ देर अपने को रखें। इससे एक ओर आपको सूर्य से विटामिन डी मिलेगा। दूसरा रोगाणुओं का नाश होगा।
एयर पॉल्यूशन सिर्फ बाहर ही नहीं घर के अंदर की हवा में भी होता है। मनी प्लांट, एलोवेरा और स्नेक प्लांट जैसे कुछ पौधे ऐसे भी हैं हवा में मौजूद रसायनों को कम करने का काम करते हैं। नासा की एक रिसर्च के अनुसार इंडोर प्लांट्स कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदलने के साथ हवा में ऐसे रसायन जो कैंसर का कारण बनते हैं जैसे बेंजीन और फॉर्मेल्डिहाइड को प्यूरिफाई करते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, एक व्यक्ति को हर घंटे 50 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत होती है। पौधे की एक पत्ती से 5 मिलीलीटर ऑक्सीजन प्रति घंटा रिलीज होती है। जरूरी ऑक्सीजन लेवल की पूर्ति के लिए एक कमरे में 10 हजार पत्तियां मौजूद होनी चाहिए। करीब 300-500 पौधों से जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन मिल पाएगी।
जैसा की हमें पता है कि कोरोना के नया स्ट्रेन फेफड़ों पर सीधा हमला कर रहा है और मरीज को ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो जा रहा है और उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है। यदि आपको भी ऐसी ही दिक्कत अचानक घर पर हो जाए तो घबराएं नहीं। बेड या जमीन पर पेट के बल सोने सो जाएं। इसे प्रोन पॉजिशिनिंग कहा जाता है। पेट के बल लेटने से ऑक्सीजन लेवल तेजी से बढ़ता है। इस पॉजिशन में मरीज का पेट बिस्तर पर और पीठ ऊपर रहना चाहिए। इससे फेफड़े तेजी से काम करने लगते हैं और सांस लेने में राहत मिलती है।
इस तरह शरीर को दें प्रोन पॉजिशिनिंग
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।