प्रकाशित - 04 Jun 2025
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों के लिए खाद व उर्वरकों के संबंध में एक बहुत ही महत्वपूर्ण व बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। हाल ही में सरकार की ओर से अमानक खाद–उर्वरक का पर्दाफाश किया है। ऐसे में कई खाद व उर्वरक कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। इसी के साथ उन कंपनियों की लिस्ट व प्रतिबंधित उर्वरकों की लिस्ट भी सरकार की ओर से किसानों के हित में जारी की गई है ताकि किसान संभावित हानि से बच सके।
आज हम आपको उन कंपनियों व उनके द्वारा बनाए गए उर्वरक जिसे सरकार ने गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के कारण प्रतिबंधित किया है, उनकी जानकारी दे रहे हैं ताकि किसान उर्वरक खरीदते समय सावधानी बरते और नुकसान से बच सकें, तो आइए जानते हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी।
दरअसल राजस्थान के श्रीगंगानगर में कृषि विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली बीज के खिलाफ डिकॉय ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन की कमान खुद कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने संभाली और उन्होंने मौके पर पहुंचकर 3 प्रतिष्ठानों जिसमें शंकर सीड्स, शक्ति सीड्स और हार्वेस्टर फूड पर छापेमारी की। जहां हार्वेस्टर फूड में एक्सपायरी बीजों को नई थैलियों में भरकर रंग चढ़ाया जा रहा था, जिससे किसानों को भ्रमित किया जा सके। छापों के दौरान फर्जी ब्रांडिंग, बिना लाइसेंस के स्टॉकिंग और खराब गुणवत्ता के बीज मिलने की पुष्टि हुई। इस संबंध में कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि नकली बीज पंजाब से सप्लाई हो रहे हैं, जिस पर राज्य सरकार अब कड़ी नजर रखेगी। मीणा ने चेतावनी दी कि किसानों की मेहनत के साथ धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बता दें कि इससे पहले भी राज्य में नकली खाद बनाने वाली 14 फैक्ट्रियों को सीज किया गया है और 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। नकली उर्वरकों में मिट्टी, रेत और मार्बल स्लरी जैसे अवयवों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
राजस्थान के किशनगढ़ में अमानक उत्पाद बनाने वाली खाद फैक्ट्रियों पर कार्रवाई के बाद इफको के उत्पादों को लेकर सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार फैलाया गया। IFFCO ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि छापेमारी वाली जगहों पर उसके किसी भी उर्वरक उत्पाद की मौजूदगी नहीं मिली। जहां “सागरिका दानेदार” पाया गया, वह IFFCO के संयुक्त उपक्रम Aquagri द्वारा, CSIR-CSMCRI की तकनीक से और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार बनाया गया उत्पाद है। IFFCO ने किसानों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से दूर रहें और इफको के गुणवत्ता उत्पादों पर विश्वास बनाए रखें। इफको के अनुसार, नकली खाद फैक्ट्रियों द्वारा उनके ब्रांड की नकल कर किसानों को गुमराह किया जा रहा है, जिससे न केवल किसानों का नुकसान हो रहा है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा को भी खतरा है।
कृषि विभाग द्वारा कुछ कंपनियों की खाद और उर्वरक की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं। इन कंपनियों के उत्पादों का उपयोग करने से फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कृषि विभाग द्वारा जारी लिस्ट में शामिल कंपनियों से निर्मित खाद और उर्वरक नहीं खरीदने की सलाह दी गई है। इन कंपनियों के उत्पादों की गुणवत्ता संदिग्ध हो सकती है। किसानों को जिन कंपनियों के खाद व उर्वरकों नहीं खरीदने की सलाह दी गई है, उनका विवरण इस प्रकार से है:
क्र. सं. | कंपनी का नाम | उत्पाद |
1 | कुबेर फर्टिकैम, रींगस, जयपुर | जिंक सल्फेट हैप्टाहाईड्रेट 21 प्रतिशत |
2 | किस्टा क्रोप साईंस प्रा. लि., गुजरात | एनपीके 0:52:34 |
3 | इंडिया बायोट्रेक एंड कैमिकल्स, श्रीगंगानगर | जिंक सल्फेट मोनोहाईड्रेट 33 प्रतिशत |
4 | हरिसन एग्रो रसायन प्रा. लि., जयपुर | जिंक ईडीटीए 12 प्रतिशत |
5 | मोनटेक्सो एग्रीटेक साल्यूशन्स प्रा. लि., श्रीगंगानगर | जिंक सल्फेट मोनोहाईड्रेट 33 प्रतिशत |
6 | इंडिया पोटाश लिमिटेड, जयपुर | यूरिया अमोनिया फास्फेट 20:20:0 |
7 | जयपुर बायो फर्टिलाईजर्स, जयपुर | जिंक सल्फेट हैप्टाहाईड्रेट 21 प्रतिशत |
8 | उज्जवला कैमिकल एंड फर्टिलाईजर्स, हनुमानगढ़ | सूक्ष्म पोषक तत्व मिश्रण (राज. ग्रेड II) |
9 | जी.एस. क्रोप साईंस, श्रीगंगानगर | एनपीके 19:19:19 |
10 | रॉयल कैमिकल्स एंड फर्टिलाईजर्स, सीकर | जिंक सल्फेट हैप्टाहाईड्रेट 21 प्रतिशत |
11 | न्यू कैम एग्रो प्रा. लि., जयपुर | जिंक सल्फेट हैप्टाहाईड्रेट 21 प्रतिशत |
12 | साधना फास्फेट एंड कैमिकल्स लिमिटेड, उदयपुर | एसएसपी फोर्टिफाईड विथ जिंक एंड बोरान (दानेदार) |
13 | मैक्लोयड्स क्रोप प्रोटेक्शन एंड कैमिकल, जयपुर | जिंक सल्फेट मोनोहाईड्रेट 33 प्रतिशत |
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे खाद और उर्वरक को विश्वसनीय स्रोत से खरीदें जैसे कि कृषि विभाग द्वारा अनुमोदित दुकानें या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से। खरीदे गए उत्पाद की जांच करें और गुणवत्ता प्रमाण–पत्र की मांग करें। यदि आपको कोई संदेह हो तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। ऐसा इसलिए कि आपकी फसलों की सुरक्षा और उत्पादकता के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप उच्च गुणवत्ता वाले खाद और उर्वरक का उपयोग करें। संदिग्ध कंपनियों के उत्पादों से बचें और विश्वसनीय स्रोत से खाद व बीज की खरीदारी करें। वहीं खाद या बीज खरीदते समय इनकी थैली या पैकेट पर बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग डेट और लाइसेंस नंबर जरूर चेक करें।
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