Published - 02 Aug 2021 by Tractor Junction
खेती-किसानी के काम के साथ ही केंद्र सरकार की ओर से मछलीपालन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से मछलीपालकों को कई सुविधाएं प्रदान की जा रही ताकि मछलीपालन व्यवसाय को प्रोत्साहन मिल सके और देश में मछली का उत्पादन बढ़ सके। केंद्र सरकार के साथ ही अनेक राज्य सरकार भी किसानों को अतिरिक्त आय प्राप्त हो, इसके लिए खेती के साथ ही मछलीपालन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए किसानों व मछलीपालकों को सरकार की ओर से सब्सिडी और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसके अलावा समय-समय पर शिविरों का आयोजन कर तकनीकी जानकारी प्रदान की जाती है। इसी कड़ी में बिहार सरकार की ओर से मछलीपालकों के लिए भ्रमण दर्शन योजना चलाई जा रही है। इसके लिए राज्य के मछली पालन विभाग की ओर से वर्ष 2021-22 के लिए भ्रमण-दर्शन योजना अंतर्गत आवेदन ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस योजना के तहत इच्छुक व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
इस योजना के तहत मत्स्य कृषकों को राज्य के अंदर ही विकसित आर्द्र्भूमि प्रक्षेत्रों (जिसमें चौर विकास एवं समेकित मत्स्य पालन आदि शामिल हो), बायोफ्लांक तकनीक आदि का भ्रमण-दर्शन कराना है ताकि किसान इसका अनुकरण कर नवीनतम तकनीक से मत्स्य पालन कर सकें। भ्रमण दर्शन सह प्रशिक्षण योजना के तहत बिहार के 12000 किसानों को प्रदेश में ही प्रशिक्षण के लिए भ्रमण कराया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग बैचों में किसानों को भ्रमण कराया जाएगा। एक बेच में 30 मत्स्य पालक कृषक रहेंगे। इस प्रकार 400 बैच बनाकर प्रशिक्षण के लिए भ्रमण कराया जाएगा। भ्रमण दर्शन कार्यक्रम हेतु संबंधित जिला मत्स्य पदाधिकारी-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, अपना जिला सहित अन्य जिलों में विकसित आदर््भूमि प्रक्षेत्र, बायोफ्लांक इकाई, विकसित मत्स्य प्रक्षेत्र आदि का चयन करेंगे तथा रूट चार्ट इस प्रकार तैयार करेंगे ताकि कम से कम दो इकाइयों का भ्रमण हो सके।
इस योजना के तहत इच्छुक मत्स्य पालक जो निजी या पट्टे पर अता सरकारी तालाब/ जलकर में मत्स्य पालन कार्य कर रहे हो। इसके अलावा किसान जो मत्स्य पालन करना चाहते हों तथा विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन किया हो। प्रखंड स्तरीय मत्स्यजीवी सहयोग समिति के प्रगतिशील सक्रिय सदस्य हो। ऐसे प्रगतिशील मत्स्य पालक जो विभागीय योजनान्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर सफलता पूर्वक मत्स्य पालन का कार्य कर रहें हो। ऐसे किसान जो मत्स्य पालन करना चाहते हो तथा उसके पास समुचित संसाधन हो।
भ्रमण दर्शन योजना के तहत आवेदन योजना के लिए आवेदन शुरू हो चुके है। मत्स्य पालक किसान या मत्स्य
पालन करने वाले कृषि 16 अगस्त 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। भ्रमण दर्शन योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन करना होगा। बिहार राज्य के कृषक fisheries.ahdbihar.in से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इच्छुक व्यक्ति अपने ब्लॉक या जिले के मछली पालन विभाग से संपर्क कर या टोल फ्री नंबर 1800-345-6185 पर कॉल कर जानकारी ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत बिहार में मछलीपालकों को प्रोत्साहन देने का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत राज्य में जो गतिविधियां चल रही है उनमें बिहार मत्स्य संपदा योजना की गतिविधियों के बारे में बात करें तो इनमें से कुछ मुख्य गतिविधियां उनमें मत्स्य पालन का विकास, तालाब, हैचरी, फिड मिल, क्वॉलिटी टेस्टिंग लैब तथा मत्स्य भंडारण एवं संरक्षण के लिए संरचनाओं के निर्माण, समेकित मत्स्य पालन, रिर्सकुलेटरी एक्वाकल्चर (आर.ए.एस.), बायोफ्लॉक, एक्यापोनिक्स, फिश फीड मिल, इनसुलेटेड एवं रेफ्रिजिरेटेड वाहन तथा फिश कियोस्क, विशेष क्षेत्र केज में मत्स्यपालन, अलंकारी मत्स्य पालन, विपणन एवं ब्रैडिंग, मत्स्य प्रसंस्करण इकाई, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अन्य अवयव शामिल हैं।
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