प्रकाशित - 25 Sep 2023
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
सरकार की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के उद्देश्य से नई-नई योजनाओं की घोषणा की जा रही है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य सरकारें महिलाओं के लिए नित नई-नई योजनाएं लेकर आ रही हैं। इन दिनों राजस्थान में महिलाओं को फ्री मोबाइल (free mobile) का वितरण किया जा रहा है तो उधर मध्यप्रदेश में महिलाओं को लाड़ली बहना योजना के तहत फ्री आवास योजना (free housing yojana) का लाभ प्रदान करने की घोषणा की गई है। इसी कड़ी में अब महिलाओं को फ्री स्कूटी (free scooty) दिए जाने की योजना तैयार की जा रही है। इस योजना के तहत शुरुआती तौर पर 26 सितंबर को कुछ महिलाओं को स्कूटी का वितरण किया जाएगा। सरकार का महिलाओं को स्कूटी दिए जाने के पीछे मुख्य उद्देश्य महिलाओं को रोजगार स्थल पर आने-जाने के लिए स्वयं का साधन मुहैया कराना है ताकि वे बेहतर तरीके से अपने रोजगार में आगे बढ़ सकें। बता दें कि राज्य में ढाई करोड़ से ज्यादा महिला मतदाता है जिनको अपने पक्ष में करने के लिए राज्य सरकार ऐडी चोटी का जोर लगा रही है और लगातार महिलाओं के लिए लाभकारी व कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा कर रही है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने महिलाओं को फ्री में स्कूटी (free scooty) वितरित किए जाने का निर्णय लिया है।
दरअसल राज्य सरकार की ओर से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए यह योजना बनाई गई है। इस योजना का लाभ शुरुआती तौर पर उन महिलाओं को दिया जाएगा जो स्वयं सहायता समूह (Self help group) से जुड़कर रोजगार कर रही हैं। ऐसे में इनको सरकार की ओर से फ्री स्कूटी का लाभ (Benefit of free scooty) प्रदान किया जा रहा है ताकि उनको अपने रोजगार को बढ़ाने के लिए एक जगह से दूसरे जगह पर आने-जाने में सहुलियत हो सकें। शुरुआती तौर पर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 1400 महिलाओं को फ्री स्कूटी का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने विद्यार्थियों के बाद अब महिलाओं को भी स्कूटी प्रदान करने का फैसला लिया है। योजना के शुरुआती चरण में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 1400 महिलाओं को फ्री स्कूटी का वितरण किया जाएगा। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि वे अपनी लाड़ली बहनाें को स्वयं सहायता समूह से जोड़ेंगे ताकि वे रोजगार करके अपनी इनकम बढ़ा सकेंगी। बता दें कि प्रदेश सरकार महिलाओं को लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह 1000 रुपए की राशि प्रदान कर रही है। अक्टूबर से बहनों को 1250 रुपए मिलेंगे। इतना ही नहीं इसके बाद साल दर साल राशि बढ़ाई जाएगी और यह राशि 3,000 रुपए तक कर दी जाएगी। इसके अलावा महिलाओं को रोजगार भी प्रदान किया जाएगा। उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ देकर हर माह उनकी आय 15,000 रुपए तक की जाएगी। इस दिशा में काम किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक फ्री स्कूटी वितरण का कार्यक्रम 26 सितंबर 2023 को भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित किया जाएगा। इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 1400 महिलाओं को स्कूटी का वितरण करेंगे। कार्यक्रम में भोपाल के आसपास के पांच जिलों के संकुल स्तरीय संगठनों को 50 स्कूटी राज्य स्तरीय सम्मेलन (State level conference) में वितरित की जाएंगी। शेष स्कूटियों का वितरण ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। जिन जिलों की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को फ्री स्कूटी का वितरण (Distribution of free scooters) का जाएगा उनमें सतना, बालाघाट, सागर, छिंदवाड़ा और शिवपुरी जिलों को शामिल किया गया है। इन जिलों के सीएलएफ को ऑनलाइन स्कूटी का वितरण (Online scooty Distribution) किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला हितग्राहियों को बैंक ऋण के चेक भी वितरित करेंगे। कार्यक्रम में महिला स्व-सहायता समूह के करीब 50 हजार सदस्य हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री ने समत्व भवन में हुई बैठक में आयोजन की तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित गतिविधियों से कई दीदियां लखपति बनी हैं। उन्होंने कहा कि लखपति दीदियों को अपने अनुभव लोगों को बताने तथा अपने आसपास की महिलाओं का मार्गदर्शन करने के लिए उचित मंच प्रदान करना जरूरी है। इससे अन्य महिलाओं को भी जीवन में कुछ करने और बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
राज्य सरकार का मानना है कि फ्री स्कूटी मिलने से महिलाओं को एक जगह से दूसरी जगह पर जाने में कोई परेशानी नहीं आएगी। इससे वह बेहतर तरीके से अपने रोजगार को कर सकेगी और इसे आगे बढ़ा सकेंगी। अब उन्हें यहां-वहां जाने के लिए किसी साधन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उनके पास स्वयं का साधन स्कूटी उपलब्ध होगी जिससे वे आसानी से कहीं भी आ जा सकेंगी।
फ्री स्कूटी योजना (Free Scooty Yojana) का लाभ केवल स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया जा रहा है और आने वाले समय में और भी फ्री स्कूटी का वितरण (Distribution of free scooters) किया जाएगा। ऐसे में लाड़ली बहना योजना से जुड़ी महिलाओं की आय में बढ़ोतरी के लिए उन्हें स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जाएगा ताकि वे नया काम शुरू करके पैसा कमा सकें। बता दें कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आचार, पपाड़, नमकीन, सोस, चटाई, दरी कई प्रकार की चीजें बनाकर उनका विक्रय करके काफी अच्छी इनकम कर रही हैं। ऐसे में जरूरतमंद महिलाओं को इस योजना से जोड़कर उन्हें लाभान्वित किया जाएगा।
यदि आप स्वयं सहायता समूह से जुड़ती हैं तो आपको और अधिक सहायता प्रदान की जाएगी। अभी लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को 1000 रुपए की सहायता दी जा रही है। 450 रुपए में सिलेंडर दिया जा रहा है, खाते में सब्सिडी दी जा रही है। फ्री आवास योजना (free housing scheme) के फॉर्म भी भरवाए जा रहे हैं। इसके अलावा यदि आप स्वयं सहायता समूह से जुड़ती हैं तो आपको और अधिक लाभ मिल सकेगा। बता दें कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य लाड़ली बहनों की आय 15000 रुपए मासिक करने का है।
यदि आप भी समय-समय पर स्वयं सहायता समूह को दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठाना चाहती है तो आपको स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं मिलकर कोई वस्तु बनाती है और इन सभी चीजों को बाजार में बेचा जाता है। इससे जो लाभ होती है वे आपस में सदस्यों में वितरित किया जाता है। इस तरह स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं रोजगार प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा और भी नए-नए अवसर स्वयं सहायता समूह को प्राप्त होंगे।
यदि आप भी फ्री स्कूटी जैसी योजनाओं का लाभ लेना चाहती हैं तो आपको स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़ना होगा। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अधिक लाभ प्रदान किए जाएंगे। उनके लिए नए-नए अवसर आएंगे जिसका लाभ उन्हें मिलेगा। इससे उनकी आय में इजाफा होगा। यदि आप लाड़ली बहना योजना से जुड़ी हुई है तो आप आसानी से स्वयं सहायता समूह से जुड़ सकती हैं। इसके लिए लिए सभी ग्रामीण इलाकों में वार्ड सदस्य और ग्राम पंचायत कार्यालय में आवेदन फॉर्म भेज दिए गए हैं। आप अपने गांव के वार्ड या फिर पंचायत कार्यालय में जाकर वहां से आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकती हैं। इसके बाद उसे भरकर पंचायत कार्यालय में जाकर जमा करवा सकती हैं। आपके द्वारा दिए गए आवेदन व दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके बाद वार्ड सदस्य आपसे संपर्क करेंगे और आपका नाम स्वयं सहायता समूह में जोड़ दिया जाएगा। अब आप अपने इलाके के स्वयं सहायता समूह का जहां कार्यालय है वहां जाकर कार्य कर सकेंगी।
स्वयं सहायता समूह (self help group) महिलाओं का एक ऐसा संगठन है जिससे जुड़कर महिलाएं अपनी इनकम बढ़ा सकती हैं। इसके तहत महिलाएं आपस में मिलकर चीजों का निर्माण करती हैं। इसके बाद उन्हें एक विशेष मार्केटिंग स्थान दिया जाता है। वहां वे अपने द्वारा बनाए प्रोडेक्ट यानी चीजों को बेच सकती हैं। इस तरह महिलाएं मिलकर विभिन्न चीजों को बनाकर बाजार में बेचकर पैसे कमा सकती हैं और स्वयं सहायता समूह को आगे बढ़ा सकती हैं।
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