Published - 09 May 2020 by Tractor Junction
मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री जनधन योजना में देश की करोड़ों महिलाओं के जीरो बैलेंस पर बैंकों में खाते खुलवाए थे। अब कोरोना लॉकडाउन के समय करोड़ों महिला खाताधारकों के लिए जन-धन खाते संकट मोचक बने हुए हैं। केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के खाते में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं, जो लॉकडाउन में महिलाओं के लिए काफी मददगार साबित हो रहे हैं। इसमें 20.05 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के खातों में 500 रुपए पहली किश्त के तौर पर 10,025 करोड़ रुपये भेजे गए हैं. वहीं, 5.57 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के खातों में दूसरी किश्त के तौर पर कुल 2,785 करोड़ रुपए भेजे गए हैं।
जनधन खाता खोलना काफी आसान है, इसे घर के पास किसी भी सरकारी बैंक में जाकर खुलवाया जा सकता है। इस योजना में खास बात यह है कि अगर आपके पास कोई जरुरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, वोटर आई या पैन कार्ड आदि नहीं है तो भी एकांउट खुल जाएगा। जनधन खातों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने गाइडलाइन बनाई है। इसके अनुसार अगर किसी नागरिक के पास कोई भी आधिकारिक डॉक्यूमेंट नहीं हैं, तब भी वह खाता खोल सकता है। इसके लिए आवेदक को बैंक की ब्रांच में जाकर खाता खुलवाने के लिए बैंक अधिकारी की मौजूदगी में सेल्फ अटेस्टेड फोटोग्रॉफ देना होगा, मतलब आवेदक की फोटो पर हस्ताक्षर होना चाहिए या ूठा लगा होना चाहिए. फिर बैंकर अकाउंट खोल देता है।
बैंक में खाता खुलने के बाद लाभार्थी को 12 महीने के अंदर कोई भी वैधानिक डॉक्यूमेंट बनाकर बैंक में जमा कराना होगा। जिसके बाद यह खाता लगातार ता रहेगा। वैधानिक डाक्यूमेंट में आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पॉसपोर्ट, नरेगा जॉब कार्ड आदि शामिल है।
जीरो बैलेंस जनधन खातों में आपको कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इनमें आपको ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ-साथ रुपे डेबिट कार्ड भी मिलता है। इस कार्ड पर आपको 1 लाख रुपए एक्सिडेंट इंश्योरेंस फ्री का लाभ भी मिलता है। अगर आप चेकबुक लेना चाहते हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि आपको अपने खाते में कुछ राशि हमेशा उपलबध रहें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको चेकबुक मिलने में परेशानी होगी।
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