Posted On - 05 Jan 2021
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह 450 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन केरल के कोच्चि से एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों से कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु तक प्राकृतिक गैस ले जाएगी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 450 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन को राष्ट्र को समर्पित करना सम्मान की बात है। यह भारत के लिए, विशेष रूप से कर्नाटक और केरल के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस मौके पर कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।
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पीएम मोदी ने कहा कि कहा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़े सेक्टर को, इसमें जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बहुत अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। हर देशवासी को सस्ता, पर्याप्त और प्रदूषण रहित ईंधन मिले, बिजली मिले, इसके लिए हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 तक हमारे देश में सिर्फ 25 लाख पीएनजी कनेक्शन थे। आज देश में 72 लाख से ज्यादा घरों की रसोई में पाइप लाइन से गैस पहुंच रही है। कोची-मैंगलुरू पाइप लाइन से 21 लाख नए लोग पीएनजी सेवा का लाभ ले पाएंगे। प्रधानमंत्री ने यहां कहा कि पाइप लाइन के शुरू होने के बाद भी रोजगार और स्वरोजगार का एक नया इकोसिस्टम केरल और कर्नाटक में बहुत तेजी से विकसित होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि, इस प्रोजेक्ट में कई दिक्कतें भी आईं, लेकिन हमारे श्रमिकों, इजीनियरों, किसानों और राज्य सरकारों के सहयोग से ये काम पूर्ण हुआ। कहने को तो ये पाइप लाइन है, लेकिन दोनों राज्यों के विकास को गति देने में इसकी बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है।
इन वर्षों में, एक प्रमुख गैस पाइपलाइन ऑपरेटर के रूप में गेल ने प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के बुनियादी ढांचे और प्राकृतिक गैस बाजार के विकास और विकास में योगदान दिया है। इसमें मौजूदा 12,502 किलोमीटर है। 204 MMSCMD की क्षमता वाला गैस पाइपलाइन नेटवर्क। गेल के मौजूदा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क में 18 राज्य (आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं) और 3 यूटी ( दिल्ली, पुदुचेरी और दादरा नगर हवेली )।
गेल राष्ट्रीय गैस ग्रिड के एक हिस्से के रूप में देश की लंबाई और चौड़ाई में अपनी पाइपलाइन संरचना का विस्तार करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। हस्त पाइपलाइन परियोजनाओं के निष्पादन के साथ, गेल पैन इंडिया के आधार पर अपनी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन संरचना का विस्तार कर रहा है और इसकी उपस्थिति 24 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में होगी। मंगलवार को गेल द्वारा निर्मित कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया है। बता दें कि इस परियोजना के लिए सरकार की ओर से पूंजी अनुदान 5176 करोड़ रुपए है जो परियोजना की लागत का 40 प्रतिशत है।
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