Posted On - 18 Nov 2020
किसान को फसल उगाने के दौरान कई प्रकार के खर्चें करने पड़ते हैं, लेकिन पूंजी की कमी के कारण किसान इन खर्चों को पूरा करने में असमर्थ हो जाता है। फसल उत्पादन के दौरान बजार से उन्नत बीज, खाद व यूरिया खरीदना सहित मशीनीरी खरीदने की अवश्यकताएं होती है। इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किसान अपने ही गांव के साहूकार से ऋण लेता है जिस पर उसे काफी महंगा ब्याज चुकाना पड़ता है। इससे किसान अनाश्यक रूप से ऊंची दर पर अधिक ब्याज चुकाते हुए कर्ज के बोझ के तले दब जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्घ कराया जाता है। जिससे वे यहां से कम ब्याज दर पर ऋण लेकर अपनी कृषि संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें। वहीं देश में कई बैंक हैं जो किसानों को अल्पवधि के लिए फसल उत्पादन में आने वाले खर्चों को पूरा करने के लिए ऋण प्रदान करते हैं। आमतौर पर ऐसे ऋण को फसल कटने पर एक मुश्त चुकाया जाता है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
छोटी अवधि के लिए लिया गया लोन अल्पकालीन फसली ऋण कहलाता हैं। फसल ऋण को अल्पावधि ऋण भी कहा जाता हैं। इस तरह से किसान जरूरत पढऩे पर जैसे जुताई, बुवाई, निराई, प्रत्यारोपण, बीजों, उर्वरकों, कीटनाशकों आदि से खेत में पैदावार बढ़ाने के लिए छोटी अवधि का लोन लेता है। इन्हें ही अल्पावधि ऋण या अल्पकालीन फसली ऋण कहा जाता हैं।
भारत में भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, ऐक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब एंड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कॉर्पोरेशन बैंक किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण प्रदान करते हैं जिनकी ब्याज दरें भी सस्ती होती है। इसके अलावा देश के शीर्ष सात बैंक ऐसे हैं जो किसानों को फसली के अलावा विभिन्न उद्देश्यों के लिए कृषि ऋण भी प्रदान करते हैं। इनमें देना बैंक, भारतीय बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, विजय बंक, सिंडीकेट बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया हैं।
भारतीय स्टेट बैंक, देश का सबसे बड़ा ऋणदाता एसीसी या केसीसी के रूप में फसल उत्पादन के लिए ऋण प्रदान करता है। एबीआई लोन में निम्नलिखित बातें शामिल हैं - फसल उत्पादन खर्च, फसल कटाई के बाद के खर्च और आकस्मिकता, आदि। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) को इलेक्ट्रॉनिक रूपे कार्ड के रूप में दिया जाता है, जिसके माध्यम से किसान एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं, पीओएस जैसे उर्वरक खरीद सकते हैं।
फसल ऋण के लिए आवेदन करने के लिए आप अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएं और बैंक के अधिकारी से मिलें और उसे बताएं कि आप फसल ऋण के लिए आवेदन करना चाहते हैं। बैंक अधिकारी आपको एक फॉर्म देगा और पूरी प्रक्रिया समझाएगा। इसके बाद आप फार्म को सावधानीपूर्वक अच्छे से पढ़ें और इसमें मांगी गई सूचना सही-सही भरकर बैंक में जमा करा दें। यदि आपका बैंक से लोन स्वीकार हो जाता है तो आपको बैंक की ओर से मैसेज भेज दिया जाता है।
आप अपने बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको जिस बैंक से आप लोन लेना चाह रहे हैं उसकी बेवसाइट पर जाकर लोन के लिए आवेदन करना होगा। जैसे आप एसबीआई बैंक से फसल ऋण लेना चाहते हैं तो उसकी बेवसाइट https://sbi.co.in/hi/web/agri-rural/agriculture-banking/crop-loan#show पर जाकर इस संबंध में जानकारी लेकर आवेदन करना होगा।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।