किसानों को सरकार दे रही है एक-एक लाख रुपए, जानें, पूरी जानकारी

Share Product प्रकाशित - 01 Dec 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

किसानों को सरकार दे रही है एक-एक लाख रुपए, जानें, पूरी जानकारी

जानें, क्या है सरकार की योजना और किन किसानों को मिलेगा इसका लाभ

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की आधी से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। कृषि में शुरू से लेकर अब तक काफी परिवर्तन हुए हैं। पहले हल और बैल से खेती होती थी, लेकिन अब आधुनिक कृषि यंत्रों से खेती होती है। वहीं देश में आई हरित क्रांति ने देश की खाद्यान्न समस्या को हल करने में काफी मदद की लेकिन इस दौरान खेती में रासायनिक खाद और कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग किया गया जिसके कारण उत्पादन तो बढ़ा लेकिन भूमि की उर्वरा शक्ति में कमी आती गई। इस कारण आज कई खेत बंजर पड़े है जिसमें फसल उगाना संभव नहीं है। चिंता का विषय ये है कि यदि इसी तरह रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब खेती योग्य भूमि बहुत कम रह जाएगी। वहीं दूसरी ओर इन कीटनाशक और रासायनिक खाद के प्रयोग से कई बीमारियां और रोग भी हमारे शरीर में पैदा हो रहे हैं। केमिकल युक्त सब्जियों के सेवन से कैंसर जैसे घातक रोग होने की संभावना भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में सरकार किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि देश के लोगों को खाने के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वस्थ् खाद्यान्न और सब्जियां और फल मिल सके।

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जैविक खेती करने वाले किसानों को मिलेगा एक-एक लाख रुपए का इनाम

इसके लिए राजस्थान सरकार की ओर से किसानों के लिए एक खास योजना तैयार की है जिसके तहत जैविक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को एक-एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। यह योजना अभी राजस्थान सरकार की ओर से राज्य के किसानों के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत राज्य के किसान शामिल होकर पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको राजस्थान सरकार की ओर से जैविक खेती के लिए चलाई जा रही जैविक खेती अवार्ड योजना की जानकारी दे रहे हैं ताकि अधिक से अधिक किसान इसका लाभ प्राप्त कर सकें।

क्या है जैविक खेती अवॉर्ड योजना

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सूत्रों की मानें तो राजस्थान में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए पूरे राज्य से तीन बेहतरीन किसानों को 1-1 लाख रुपए की राशि इनाम के तौर पर दी जाएगी। अधिकारियों की मानें तो राज्य के वे किसान जो बीते 5 सालों से बागवानी फसलों का उत्पादन जैविक रूप से कर रहे हैं तथा 2 साल से लगातार जैविक प्रमाणीकरण करवा रहे हैं, उन्हें पुरस्कार के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

जैविक खेती अवार्ड के लिए पात्रता और शर्तें

राजस्थान सरकार की ओर से शुरू किए गए जैविक खेती अवार्ड के लिए कुछ पात्रता और शर्तें भी रखी गई हैं, जिन्हें पूरा करना किसानों के लिए जरूरी होगा। ये पात्रता और शर्तें इस प्रकार से हैं

  • राज्य के वे किसान आवार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने अपने खेत में जैविक खेती के लिए वर्मी कंपोस्ट की इकाई विस्थापित की हो।
  • इसी के साथ गुणवत्तापूर्ण फसल उत्पादन के लिए हरी खाद, जैविक उर्वरकों का प्रयोग किया हो और उचित फसल चक्र अपनाया हो।
  • किसान ने जैविक खेती के लिए किसी नई तकनीक का इस्तेमाल किया हो जिससे उत्पादन में पर अच्छा प्रभाव पडा हो।
  • जैविक खेती करने वाले किसान का जैविक प्रमाणीकरण राजकीय या निजी संस्था से प्रमाणित होना अनिवार्य है।
  • नियमों के मुताबिक, जो भी किसान पहले भी राज्य स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं, वो इस पुरस्कार के पात्र नहीं मानें जाएंगे।

कैसे किया जाएगा जैविक खेती अवार्ड के लिए किसान का चयन

कृषक पुरस्कार के लिए मनोनीत किसानों का संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार), उपनिदेशक कृषि (विस्तार), कृषि अनुसंधान केन्द्र, कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक निदेशक उद्यान व ग्राहय परीक्षण केन्द्र के उपनिदेशक की ओर से गठित कमेटी पुरस्कार के लिए चयन प्रारम्भिक सत्यापन कर अन्तिम रूप से जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक कर किया जाएगा। इसमें एक किसान का अन्तिम रूप से चयन किया जाएगा। इसके नोडल प्रभारी अधिकारी उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद होंगे। अन्तिम स्तर पर किसान का चयन राज्य स्तरीय गठित कमेटी की ओर से किया जाएगा। इसके बाद राज्य सरकार को अनुमोदन के लिए भिजवाया जाएगा।

किसान जैविक खेती अवार्ड के लिए कैसे करें आवेदन

राज्य के जो किसान जैविक खेती अवार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे 10 दिसंबर 2022 तक आवेदन कर सकते हैं। जैविक खेती के लिए दिए जा रहे किसान पुरस्कार के लिए किसान को जैविक खेती पर किए गए अपने काम का पूरा विवरण, फोटो या वीडियो आवेदन फार्म के सात अटैच करना होगा। इसके बाद इस पूरी तरह तैयार आवेदन को 10 दिसंबर 2022 तक उप निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय बीकानेर में जमा करवाना होगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में भी संपर्क भी कर सकते हैं।

राजस्थान में किन-किन जिलों में संचालित है जैविक खेती योजना

राजस्थान में जैविक खेती योजना अजमेर, अलवर, बांसवाडा, बाड़मेर, भीलवाडा, बूंदी, चित्तौडगढ, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुंनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, सिरोही, सवाई माधोपुर, टोंक, उदयपुर, बारां, करौली जिले में संचालित है।

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