प्रकाशित - 29 Mar 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
भारत जैसे देश में मौसम की अनिश्चितता बनी रहती है, कभी बारिश तो कभी ओला वृष्टि तो कभी कोई अन्य प्राकृतिक आपदाओं से किसान परेशान होते हैं। ऐसे में किसानों के पास अनाज या सब्जियों के लिए प्रॉपर स्टोरेज होने चाहिए। स्टोरेज की कमी की वजह से किसानों की बहुत सी फसलें बर्बाद हो जाती हैं। राजस्थान सरकार की ओर से किसानों की इन्हीं समस्या के समाधान के लिए उन्हें कोल्ड स्टोरेज पर सब्सिडी दी जा रही है। प्याज की खेती में सरकार की ये योजना काफी कारगर साबित हो रही है, चूंकि किसान स्टोरेज के अभाव में प्याज की फसल में काफी नुकसान का सामना करते हैं। इसलिए जो किसान प्याज की खेती करते हैं उनके लिए ये सुनहरा मौका है कि वे स्टोरेज निर्माण करें और 87 हजार 500 रुपए का सब्सिडी पाएं। हालांकि किसान प्याज, आलू, हरी सब्जियों के कोल्ड स्टोरेज का निर्माण भी कर सकते हैं।
अगर किसान प्याज कोल्ड स्टोरेज (Online Cold Storage) या प्याज भंडारण इकाई का निर्माण करना चाहते हैं और सरकारी सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तो वे कोल्ड स्टोरेज योजना के तहत राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं। प्याज की कीमतें लगातार कम हो रही है, इसका बड़ा कारण है देश में प्याज का बम्पर उत्पादन।
प्याज के अधिक उत्पादन की वजह से और कीमतें कम होने से काफी किसान असंतुष्ट हैं, अक्सर बारिश के मौसम में प्याज की कीमतें ज्यादा होती है जिसका बड़ा कारण है बारिश की वजह से प्याज का सड़-गल जाना। प्याज के सड़-गल जाने से छोटे किसानों को बहुत नुकसान होता है। वहीं बड़े किसान और बिचौलिए प्याज की बढ़ती कीमतों का खूब फायदा उठाते हैं। सरकार ने छोटे किसानों की मदद करने के लिए ही इस प्रकार की योजनाएं चला रखी हैं। कई किसानों का सवाल होता है कि कोल्ड स्टोरेज कैसे बनाएं, कोल्ड स्टोरेज बनाने का खर्च क्या है, कोल्ड स्टोर लोन कैसे लें , इन सभी सवालों का जवाब ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में मिल जाएगा ।
बता दें कि कोल्ड स्टोरेज सब्सिडी योजना 2023 का लाभ उत्तरप्रदेश ,बिहार, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखण्ड आदि राज्यों के किसान ले सकते हैं। सभी किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज, गोदाम निर्माण हेतु योजनाएं उपलब्ध है।
महाराष्ट्र और राजस्थान के किसानों के लिए ये योजना किसी वरदान से कम नहीं है। राजस्थान और महाराष्ट्र के किसान को इस बार प्याज से इतना ज्यादा नुकसान हुआ कि बहुत से किसान कर्ज में डूब गए। बता दें कि महाराष्ट्र और राजस्थान दोनों राज्य प्याज के बड़े उत्पादक हैं। किसान चावल और गेहूं की तरह ज्यादा दिन तक घर में प्याज और आलू जैसी फसलों को स्टोर करके नहीं रख सकते। उत्पादन के साथ ही किसान को ये फसल तुरंत मंडी ले जाना होता है। मंडी में किसान कम कीमत प्राप्त करने से भारी नुकसान में आ जाते हैं।
सभी किसान के पास कोल्ड स्टोरेज नहीं होता है, अगर किसान किराये पर कोल्ड स्टोरेज खोजते भी हैं तो किराये के लिए उन्हें मोटी रकम का भुगतान करना पड़ता है। इसलिए सरकार प्याज कोल्ड स्टोरेज लागत पर कुल 87 हजार 500 रुपए का अनुदान दे रही है ताकि किसान इसका फायदा उठा कर अपनी फसलों के लिए कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कर सकें। कोल्ड स्टोरेज बनाने से किसान अपने फसल उत्पाद को प्याज भंडारण इकाई में स्टोर करके रख सकते हैं और जब कीमतें बढे़ तब उन उत्पादों को बेच सकते हैं। सरकार कोल्ड स्टोरेज योजना के तहत किसानों को 50% सब्सिडी दे रही है। इस सब्सिडी का लाभ किसान समूह में मिलकर उठा सकते हैं। इसके लिए एफपीओ से जुड़े किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा।
प्याज का कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए यदि आप सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी
किसान भाई प्याज भण्डारण इकाई योजना राजस्थान के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया निम्नलिखित है।
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