Published - 21 Oct 2021
by Tractor Junction
देश में किसानों को सस्ता ऋण प्रदान करने के लिए सरकार ने बैंकों के माध्यम से कई योजनाएं चला रखी हैं। इन योजनाओं के तहत किसान आवेदन करके सस्ता ऋण लेकर अपनी कृषि संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। इस रबी की बुवाई को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने किसानों को कृषि आदानों की खरीद जैसे- खाद, बीज, उर्वरक सहित अन्य खर्चों को पूरा करने के लिए शून्य ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने की सुविधा किसानों को प्रदान की है। इसके तहत सरकार की ओर से किसानों को कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
राजस्थान सरकार किसानों को शून्य ब्याज दर ऋण योजना तहत किसानों को ऋण उपलब्ध करा रही है। इसमें बैंको के माध्यम से किसानों को कृषि जरूरतों को पूरा करने के लिए अल्पकालीन ऋण प्रदान किया जाता है। किसान यह ऋण बैंक से केसीसी यानि किसान क्रेडिट कार्ड पर या सहकारी बैंकों से राज्य सरकार की योजनाओं के तहत लें सकते हैं। सरकार द्वारा यह अल्पकालिक फसली ऋण खरीफ एवं रबी फसलों के लिए दिया जाता है। किसान यदि यह ऋण समय पर जमा कर देता है तो उन्हें इस ऋण पर बहुत कम ब्याज या कुछ राज्यों में बिना किसी ब्याज के मिलता है।
राजस्थान सरकार की ओर से किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण बिना किसी ब्याज के सहकारी बैंकों केे माध्यम उपलब्ध कराया जाता है। राज्य सरकार ने इस वर्ष किसानों को ऋण देने के लिए लक्ष्य तय कर दिया है। साथ ही इस वर्ष सरकार 3 लाख नए किसानों को फसली ऋण देने लक्ष्य तय किया है। सरकार का मानना है कि रबी फसल की बुवाई के समय किसानों को ऋण प्रदान करने से वे सही समय पर कृषि आदानों की खरीद कर बुवाई का काम शुरू कर सकेंगे।
मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार सहकारिता मंत्री श्री उदयलाल आंजना ने बताया कि सहकारी बैंकों से जुड़े किसानों को अधिक मात्रा में अल्पकालीन फसली ऋण उपलब्ध कराने के उददेश्य से वर्ष 2021-22 में 16,000 करोड़ रुपए के फसली ऋण वितरण के लक्ष्य को बढ़ाकर 18,500 करोड़ रुपए कर दिया है। किसानों को इस वित्तीय वर्ष में 2500 करोड़ रुपए का ज्यादा फसली ऋण वितरित होगा।
पिछले वर्ष राज्य के केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा 26,34,355 किसानों को 15235.33 करोड़ रुपए के फसली ऋण किसानों को दिए थे। इस वर्ष 3 लाख नए किसानों को राज्य सरकार की शून्य ब्याज दर योजना का लाभ उपलब्ध करवाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही वर्तमान ऋणी किसानों को अधिक मात्रा मे ऋण मुहैया करवाए जाने के निर्देश सहकारी बैंकों को दिए गए हैं।
इस वर्ष बजट 2021-22 में केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा किसानों को 16000 करोड़ रुपए के अल्पकालीन फसली ऋण वितरित करने की घोषणा की गई थी, साथ ही 3 लाख नए किसानों को राज्य सरकार की शून्य ब्याज पर फसली ऋण योजना से जोड़ जाने की भी घोषणा की गई थी। चालू वर्ष में 2.40 लाख नए किसानों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण एवं आवेदन किया गया है, जिसमें से 1.25 लाख नए किसानों को 248.69 करोड़ रुपए का ऋण शून्य ब्याज दर पर दिया जा चुका है तथा सहकारी बैंकों द्वारा खरीफ 2021 में करीब 25.68 लाख किसानों को 9359.87 करोड़ के फसली ऋण वितरित किए जा चुके हैं।
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