प्रकाशित - 28 Sep 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
खरीफ की फसलों की कटाई के बाद किसानों को रबी की फसल की बुवाई के लिए आदान खरीदने सहित अन्य कृषि कार्यों के लिए ऋण की आवश्यकता होगी। इसे देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को सहकारी बैंक से सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए केसीसी बनाने का काम जारी है। सरकार की ओर से इसके लिए शिविर लगाए जाते हैं जिसमें जाकर किसान अपना क्रेडिट कार्ड बनवा सकता है।
इसी क्रम में अभी छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में किसानों के लिए केसीसी शिविर लगाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से जोडऩे व कृषि के लिए बैंक से सस्ता ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी जिलों के कलेक्टरों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कोरिया जिले के कलेक्टर कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में किसान क्रेडिट कार्ड शिविर की शुरुआत की गई है। यह शिविर जिले की सभी आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों में आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर में कृषि एवं इससे संबद्ध विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाकर आवेदन लिए जा रहें हैं। इसमें वन विभाग, पशुपालन, मत्स्य, उद्यानिकी तथा रेशम विभाग द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं। शिविरों में किसानों से आवेदन के बाद उन्हें केसीसी जारी किया जा रहा हैं। इसके साथ ही शिविर में किसानों को सरकार की लाभकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है।
किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों को सहकारी साख समितियों के माध्यम से सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। किसान बिना किसी राशि के अपनी प्रत्येक खेती के खाद-बीज और नकद राशि प्राप्त कर सकते हैं। एक फसल के बाद यह ऋण बिना किसी ब्याज के शीघ्र चुकाया जा सकता है। जिन किसानों के पास खेती योग्य भूमि है, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
खेती करने वाले किसानों के अलावा पशुपालक व मत्स्य पालक किसान भी केसीसी बनवा सकते हैं। केंद्र सरकार ने केसीसी के का दायरा बढ़ाते हुए पशुपालक किसान और मत्स्य पालन करने वाले किसानों को भी इस योजना में शामिल कर किया है। ये किसान केसीसी के जरिये 2 लाख रुपए तक का लोन ले सकते हैं।
जिले के किसान जिन्हें शिविर में केसीसी बनवाना है, वे नीचे दिए गए कागजात साथ लेकर जाएं।
केसीसी बनवाने से किसानों को कई प्रकार के लाभ होते हैं। एक तो उन्हें सहकारी समितियों के माध्यम से सस्ता लोन मिल जाता है। दूसरा केसीसी धारकों को अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है। केसीसी बनवाने के कुछ लाभ इस प्रकार से हैं-
कोरिया जिले में सहकारी साख समितियों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर के पहले दिन विकासखंड बैकुंठपुर के धौराटिकरा तथा सोनहत के रजौली समिति में शिविर आयोजित किए गए। शिविर में कुल 266 किसानों ने आवेदन किया। इसमें से 126 किसानों को मौके पर ही केसीसी उपलब्ध करा दिया गया। किसान शिविर में पहुंच केसीसी बनावने के लिए आवेदन कर सकते हैं। राज्य के सभी जिलों में केसीसी बनाने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं।
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