प्रकाशित - 31 Jan 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में आए बदलाव से हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं शीतलहर और पाले से भी फसलें प्रभावित हुई हैं। देश के जिन क्षेत्रों में रबी फसलों को अधिक नुकसान हुआ है उसमें राजस्थान प्रमुख है। राजस्थान में इन दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण सरसों, आलू और अफीम की फसलें बर्बाद हो गई हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से फसल नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए राज्य के किसानों को अपनी रबी फसलों में हुए नुकसान की सूचना बीमा कंपनी को देना जरूरी है। इसके बाद ही उनके नुकसान की रिपोर्ट तैयार हानि की भरपाई की जा सकेगी। इसके लिए जरूरी है कि किसानों को अपने जिले की बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर की जानकारी हो ताकि वे सीधे बीमा कंपनी को नुकसान की सूचना देकर फसल में हुए नुकसान का मुआवजा प्राप्त कर सकें।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको राजस्थान में किन-किन जिलों में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। किस जिले के किसान को किस बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर नुकसान की सूचना देनी है, इस बात की जानकारी दे रहे हैं ताकि किसानों को फसल बीमा के तहत फसल नुकसान का मुआवजा प्राप्त करने में आसानी हो सके।
देश के उत्तरी राज्यों में अभी कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि से खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है वे किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत हानि की भरपाई के लिए 72 घंटे के भीतर संबंधित जिले में कार्यरत बीमा कंपनी को फसल खराब होने की सूचना जरूर देनी चाहिए ताकि फसल नुकसान का आकलन किया जा सके।
इस संबंध में कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि राज्य में मौसम की विपरीत परिस्थितियों के कारण हुए फसल नुकसान की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत भरपाई के लिए बीमित काश्तकारों को 72 घंटे के भीतर संबंधित जिले में कार्यरत बीमा कंपनी को फसल खराब होने की सूचना देना जरूरी है। उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में मौसम की विपरीत परिस्थितियों के कारण किसानों की फसलों में नुकसान हुआ है तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत ओलावृष्टि व जलभराव के कारण बीमित फसल में नुकसान होने पर किसान को व्यक्तिगत आधार पर बीमा आवरण उपलब्ध कराया गया है।
इधर राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि फसल में मौसम की अनिश्चितताओं के चलते फसल नुकसान झेलने वाले किसान भरपाई के लिए जल्द ही अपनी शिकायत दर्ज करवाएं, ताकि योजना के प्रावधानों के अनुसार किसान को लाभ दिया जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान के उदयपुर जिले में ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इससे किसान की आलू, चना, सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है जिससे किसान परेशान हैं। वहीं जोधपुर संभाग के जालौर जिले में अधिक बारिश होने के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह राजस्थान के जालौर जिले भीनमाल, सांचौर, रानीवाड़ा में लगभग 1.5 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा राजस्थान के जिन क्षेत्रों में अफीम की खेती होती है वहां पर भी फसल को नुकसान पहुंचा है।
किसानों को फसलों में हुए नुकसान की सूचना बीमा कंपनी को 72 घंटे के अंदर देनी जरूरी है। किसान फसल नुकसान की सूचना नीचे दिए गए तरीके से दे सकते हैं-
राजस्थान में अलग-अलग जिले में अलग-अलग बीमा कंपनी ने किसानों की रबी फसलों का बीमा किया है। ऐसे किसान को ये पता होना जरूरी है कि उसे किस नंबर पर फसल नुकसान की सूचना देनी है। किसानों की सुविधा के लिए हम यहां नीचे संबंधित जिले में कार्यरत बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर दे रहे हैं, ताकि वे आसानी से बीमा कंपनी को फसल नुकसान की सूचना दे सकें।
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