Posted On - 22 Jun 2022
खरीफ फसल की बुवाई शुरू होने के साथ ही किसानों के क्रेडिट कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सरकार की ओर से शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि किसानों को इस खरीफ सीजन में फसली ऋण आसानी से उपलब्ध कराया जा सके। इसी क्रम में झारखंड के दो जिलों हजारीबाग और गढ़वा में 23 जून 2022 को विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में जाकर किसान, क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हजारीबाग जिले में किसान क्रेडिट कार्ड वितरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिला उपायुक्त नैसी सहाय ने जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सहाय ने कहा कि राज्य के सरकार के निर्देशानुसार ही जिले के सभी प्रखंड में किसान क्रेडिट कार्ड वितरण के लिए शिविर का आयोजन किया जाएगा। नैसी सहाय ने अधिकारियों से कहा कि तय समय सीमा के अंदर योजनाओं को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि पात्र किसानों तक केसीसी का लाभ पहुंचे इसके लिए पूरे प्रयास किए जाने चाहिए। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले के 66571 केसीसी बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
इसी प्रकार गढ़वा जिले में शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। जिले के उपायुक्त के अनुसार जिले के विभिन्न बैंकों में वर्तमान में 12139 आवेदन स्वीकृति के लिए लंबित हैं। जबकि 11 हजार आवेदन गलत पाए गए हैं। इस कारण विशेष शिविर का आयोजन कर सभी किसानों के केसीसी कार्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा।
झारखंड में उपरोक्त जिले के प्रत्येक प्रखंड में 23 जून को शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर सूदूर गांव के बैंकों में लगाया जाएगा। शिविर का समय सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक रहेगा। इस दौरान किसानों को केसीसी दिया जाएगा। नए आवेदन के लिए जाएंगे और मौके पर ही त्रुटियों का सुधार किया जाएगा।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना की गति को बढ़ाते हुए यहां बैंकों को आवेदनों पर 15 दिन के अंदर कार्रवाई को कहा गया है ताकि किसानों को खरीफ सीजन में आसानी से ऋण उपलब्ध हो सके। यह निर्णय बीते शुक्रवार को डीसी संदीप सिंह की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में निर्णय लिया गया। डीसी ऑफिस के सभागार में हुई बैठक में बैंकों की ओर से पिछले वित्तीय वर्ष में दिए गए लोग के बारे में भी जानकारी ली गई। डीसी ने कहा कि केसीसी कैंप का उद्देश्य पीएम किसान योजना से वंचित किसानों को केसीसी से जोडऩा है। इसके लिए आवेदन लिए जाएं तथा कैंप में प्राप्त आवेदनों में त्रुटि होने पर मौके पर ही सुधार कर लिया जाए। 15 दिनों के अंदर लोन देने की कार्रवाई पूरी कर ली जाए।
किसानों को क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने साथ लेकर शिविर में जाना होगा ताकि केसीसी बनाने में कोई परेशानी नहीं आये। ये दस्तावेज इस प्रकार से हैं-
किसानों को क्रेडिट कार्ड बनवाने से किसानों को कई लाभ मिलते हैं। उनमें से कुछ लाभ इस प्रकार से हैं-
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान अपनी कई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऋण ले सकते हैं। जिन कार्यों के लिए ऋण केसीसी पर उपलब्ध होता है वे इस प्रकार से हैं-
मछली पालक और पशुपालक किसान भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर बैंक से सस्ती दर पर ऋण सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए 4 फरवरी, 2019 से किसान क्रेडिट कार्ड को पशुपालन और मत्स्य पालन में लगे किसानों को उनकी कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी ऋण देने की व्यवस्था कर दी गई है। किसान 3 लाख रुपए तक के ऋण के लिए प्रसंस्करण शुल्क, निरीक्षण, बही फोलियो शुल्क, सेवा शुल्क सहित सभी शुक्ल माफ कर दिए गए हैं। केसीसी द्वारा लघु अवधि के कृषि-ऋण के लिए संपार्श्विक मुक्त ऋण सीमा को 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.60 लाख रुपए कर दिया गया है।
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