Published - 01 Dec 2021
by Tractor Junction
पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ ही डेयरी उद्योग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से गोपाल रत्न पुरस्कार शुरू किया गया है। इसके तहत सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान पशुपालक को पुरस्कृत किया जाता है। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ डेयरी उत्पादन करने वाले डेयरी उत्पादक समूह को भी पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इस साल 2021 में गोपाल रत्न पुरस्कार की घोषणा की जा चुकी है।
गोपाल रत्न पुरस्कारों की घोषणा बीते दिनों राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवंबर 2021 को पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार की ओर से भारत के मिल्क मैन डॉ. वर्गीस कुरियन की जन्म शताब्दी के अवसर पर एक मेगा कार्यक्रम में की गई। इस अवसर पर आयोजित समारोह में केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपला ने देशी गाय / भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान विजेता, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी / डेयरी किसान उत्पादक संगठन के विजेताओं को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया।
गोपाल रत्न पुरस्कार को तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। श्रेणी के अनुसार प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। इस बार श्रेणीवार जिन लोगों को पुरस्कार प्रदान किए गए वे इस प्रकार से हैं।
• प्रथम विजेता- श्री रामा रावकरी, आंध्र प्रदेश
• द्वितीय विजेता- श्री दुलारू राम साहू, छत्तीसगढ़
• तृतीय विजेता- श्री राजेश बागरा, राजस्थान
श्रेणीवार गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए चयनित किए गए विजेताओं को योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिह्न एवं नकद राशि प्रदान की गई। जिसमें प्रथम स्थान पाने वाले को 5,00,000 रुपए, द्वितीय स्थान पाने वाले को 3,00,000 रुपए और तृतीय स्थान पर चयनित विजेता को 2,00,000 रुपए प्रदान किए गए।
गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए इस साल 2021 में देश भर से 4,401 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इसमें से पशुपालन और डेयरी में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले लोगों को पुरस्कृत किया गया है। बता दें कि गोपाल रत्न पुरस्कार में तीन श्रेणियों के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों का चुनाव देश भर से किया जाता है। इस वर्ष सरकार द्वारा पुरस्कार वितरण के लिए इच्छुक व्यक्तियों से ऑनलाइन आवेदन पोर्टल https://gopalratnaaward.qcin.org के माध्यम से 15/07/2021 से 15/09/2021 तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 15/10/2021 तक कर दिया गया था। कुल मिलाकर ऑनलाइन माध्यम से 4,401 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त आवेदनों में से सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों का चयन कर उन्हें प्रत्येक श्रेणी में पुरस्कृत किया गया।
गोपाल रत्न पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र में सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है, जिसका उद्देश्य सभी व्यक्तियों और डेयरी सहकारी समितियों / दुग्ध उत्पादक कंपनी / डेयरी किसान उत्पादक संगठनों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है। इसमें विभाग द्वारा अलग-अलग श्रेणी का निर्धारण किया गया है, जिसमें देशी गाय / भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी / दुग्ध उत्पादक कंपनी / डेयरी किसान उत्पादक संघ शामिल हैं।
पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा स्वदेशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण और विकास के उद्देश्य से वर्ष 2014 में राष्ट्रीय गोजातीय प्रजनन और डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरूआत की गई थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पशुओं और भैंसों का आनुवांशिक सुधार करना है। योजना के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार द्वारा डेयरी क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले किसानों, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों और डेयरी समितियों को प्रोत्साहित करने के लिए गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाता है।
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