Published - 22 Mar 2022 by Tractor Junction
खेती करना है तो पानी की पर्याप्त व्यवस्था जरूरी है। कहते हैं बिन पानी सब सून। उन्नत और आधुनिक खेती के लिए कई सिंचाई संसाधन आ गए हैं लेकिन इन सबके लिए नलकूप चाहिए और यह नलकूप बिना सोलर या बिजली के कैसे चल सकता है। यहां बता दें कि सरकार किसानों को सिंचाई के संसाधन जुटाने के लिए सब्सिडी दे रही है। यूं तो केंद्र और राज्य सरकार की अनेक योजनाएं चल रही है लेकिन यदि सोलर पंप कृषि कनेक्शन की बात की जाए तो इस पर हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। इन्ही योजनाओं में एक योजना है कुसुम योजना। ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको सोलर पंप सब्सिडी योजना के बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है जो किसान भाइयों के लिए खासी उपयोगी साबित हो सकती है।
सोलर पंप पर हरियाणा सरकार की ओर से राज्य के किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। अगर आप हरियाणा प्रदेश के निवासी किसान हैं तो आज ही ऑनलाइन आवेदन कर सोलर पंप कृषि कनेक्शन पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यहां बता दें कि पहले किसानों को सिंचाई के लिए बिजली कनेक्शन या कृषि पंप कनेक्शन के ऑफलाइन आवेदन करने होते थे। अब यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई है। ऐसा करने के पीछे सिंचाई विभाग का मानना है कि जब किसान पंप कनेक्शन के लिए ऑफलाइन आवेदन करते थे तो उन्हे कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। अब सोलर पंप के लिए ऑनलाइन ऑवेदन कर इसकी खरीद पर 75 प्रतिशत तक का अनुदान लाभ लिया जा सकता है।
भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां करीब 70 प्रतिशत आबादी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खेती-बाड़ी से जुड़ी हुई है। वहीं कृषि से संबंधित कई प्रकार के व्यवसाय हैं जैसे मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, पशुपालन आदि। यदि खेती में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था होगी तभी अन्य सहायक व्यवसाय भी चल पाएंगे। गर्मी के मौसम में जायद फसलों में पानी की अधिक आवश्यकता होती है ऐसे में सोलर पंप कृषि कनेक्शन सबसे कम लागत और बेहतर सिंचाई संसाधन है। इस पर हरियाणा में सब्सिडी भी मिल रही है।
यहां बता दें कि हरियाणा की तरह ही राजस्थान में किसानो को सोलर पंप स्थापित करने पर 60 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सौर ऊर्जा सब्सिडी योजना 2021-2022 के तहत इस योजना में आवेदन के लिए किसानों को आमंत्रित कर रखा है। बिजली की बचत के लिए सरकार ने राजस्थान सोलर पंप सब्सिडी योजना चला रखी है।
राजस्थान सरकार की ओर से अपने प्रदेश के किसानों को सौर ऊर्जा पर आधारित सब्सिडी योजना के तहत 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। इसमें 40 प्रतिशत राशि किसानों को देनी होती है। यदि किसानों के पास इतनी राशि भी देने की सामथ्र्य नहीं है तो वे 30 प्रतिशत हिस्सा बैंक से लोन ले सकते हैं। सोलर पंप भूमि के आकार के अनुसार 3 एचपी और 5 एचपी क्षमता वाले दिए जाते हैं।
किसानों के खर्च को कम करने और सौर ऊर्जा के प्रयोग के लिए लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सोलर पंप सब्सिडी योजना शुरू की गई है। सोलर पंप द्वारा सिंचाई करने से किसानों का बिजली और डीजल के खर्च का अतिरिक्त भार कम होगा। इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। वहीं सामाजिक जीवन स्तर में सुधार आएगा।
राजस्थान सौर ऊर्जा सब्सिडी योजना में आवेदन के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जाती है वह इस प्रकार है-
राजस्थान में सोलर पंप पर दी जाने वाली सब्सिडी के साथ ही इस योजना के कई लाभ हैं। सौर ऊर्जा से बिजली के मुकाबले कम खर्च होता है। इससे जो बचत होगी उससे किसान अपने अन्य कार्यों में काम ले सकता है। सोलर पंप स्थापित करने के बाद सात वर्षों तक देखरेख की जिम्मेदारी आपूर्तिकर्ता फर्म की ही होती है।
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