Published - 07 Feb 2022 by Tractor Junction
इस समय खेत में रबी की फसल खड़ी है और जल्द ही इसकी कटाई का काम शुरू हो जाएगा। ऐसे में किसानों को फसल कटाई के लिए कृषि यंत्रों की आवश्यकता होगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बाजार में कई प्रकार की भूसा बनाने की मशीनें आ रही हैं जिनका उपयोग करके किसान फसल अवशेषों से भूसा बनाने का काम आसानी से कर सकते हैं। ये मशीन कम श्रम और कम खर्च में इस काम को आसानी से पूरा करने में सक्षम हैं। इन मशीनों का सबसे बड़ा ये फायदा हैं कि इनके प्रयोग से पराली की समस्या को हल करने के लिए फसल के बचे अवशेषों से भूसा बनाने का काम किया जाता है ताकि इसे पशुआहार के रूप में इस्तेमाल किया जा सके। इस तरह इन कृषि मशीनों से पराली की समस्या का हल तो होता ही है। साथ ही पशुओं के लिए चारा भी उपलब्ध हो जाता है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको भूसा बनाने की टॉप 5 मशीनों के बारे में जानकारी दे रहे है। ताकि आप इसका इस्तेमाल कर अपने खेतीबाड़ी के काम को आसान बना सकें।
स्ट्रॉ रीपर यंत्र एक साथ में तीन तरह के काम करता है काटना, थ्रेशिंग करना और पुआल साफ करना अथवा भूसा बनाना। स्ट्रॉ रीपर ट्रैक्टरों के साथ जोडक़र प्रयोग किया जाता है तो यह असाधारण काम करता है और ईंधन की खपत कम करता है। स्ट्रॉ रीपर कृषि यंत्र का महत्व इसलिए भी अधिक हो जाता है क्योंकि आज के समय में फसल अवशेष, पराली आदि जलाने पर किसानों को दंडित किया जा रहा है। साथ ही पराली जलाने से वातावरण को अधिक नुकसान भी हो रहा है। इस यंत्र पर कई राज्य सरकारों की ओर से सब्सिडी का लाभ भी किसानों को प्रदान किया जाता है।
यह छोटे और बड़े दोनों किसानों के लिए उपयोगी है। इसके मशीन के जरिए फसल कटाने पर कई प्रकार का फायदा होता है। पहला गेहूं के दानों के साथ-साथ भूसा भी मिल जाता है। इससे पशुओं के चारे की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा, दूसरा फायदा यह है कि जो दाना मशीन से खेत में रह जाता है, उसको ये मशीन उठा लेती है। जिसे किसान अपने पशुओं के लिए दाने के रूप में प्रयोग कर लेते हैं। स्ट्रॉ रीपर का उपयोग कटाई, थ्रेसिंग के साथ-साथ भूसे की सफाई के लिए किया जाता है।
रीपर बाइंडर मशीन को फसल की कटाई के लिए बनाया गया है। यह मशीन फसल की कटाई के साथ ही रस्सियों से उनका बंडल भी बनाती है। इस यंत्र की सहायता से खेत में 5 से 7 सेमी ऊपर फसल की कटाई आसानी से की जा सकती है। इस यंत्र के कारण भूसे का नुकसान नहीं होता है। इस मशीन से 85 सेमी से 110 सेमी ऊंचाई वाली गेहूं, जौ, धान, जेई और अन्य फसलों की आसानी से कटाई कर बंडल बनाया जाता है।
फसल कटाई के लिए मजदूरों की कमी होने पर रीपर बाइंडर का उपयोग किया जाता है। रीपर बाइंडर मशीन के उपयोग से समय, धन और मजदूरी की बचत होती है। रीपर बाइंडर मशीन एक घंटे में एक एकड़ भूमि पर खड़ी फसल काट सकती है। इस मशीन के माध्यम से फसल को काटने के साथ-साथ उनका बंडल भी बनाया जा सकता है। यह मशीन बारिश के समय और पेटाकाश्त की जमीन पर भी आसानी से कार्य कर सकती है। इससे खेतों में उगने वाली झाडिय़ों की भी आसानी से कटिंग की जा सकती है। इस मशीन में छोटी टाई लगाकर करीब 5 क्विंटल तक का भार ढोया जा सकता है। रीपर बाइंडर मशीन के उपयोग से भूसे का नुकसान नहीं होता है। रीपर बाइंडर को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान होता है। यह यंत्र टिकाऊ है और लंबे समय तक चलता है।
एक बहुउपयोगी व उन्नत कृषि उपकरण है जो खड़ी फसलों जैसे गेहूं, धान, चना, सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी व मूंग की कटाई, कुटाई (दौनी) व दानों की सफाई में काम आता है। इस मशीन का उपयोग करने से एक ओर जहां श्रम लागत घटती है वहीं समय की भी बचत होती है। इस मशीन के उपयोग से किसान खेती के कार्यों को सुगमता से करके अपना मुनाफा बढ़ा सकता है। ये दो प्रकार की होती हैं। एक स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर और दूसरा ट्रैक्टर चालित कंबाइन हार्वेस्टर। स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर में पूरी मशीनरी फिट रहती है। मशीनरी अपनी शक्ति से इंजन व अन्य भागों को संचालित करती है। जिससे फसल की कटाई, कुटाई (दौनी) व दानों की सफाई का काम सुगमता से होता है। वहीं ट्रैक्टर चालित कंबाइन हार्वेस्टर को ट्रैक्टर के साथ जोडक़र चलाया जाता है। यह मशीन ट्रैक्टर के पीटीओ से चलती है। ट्रैक्टर से कंबाइन को चलाकर फसल की कटाई की जाती है। यह मशीन फसल को ज्यादा ऊपर से काटती है, जिससे बाद में इसके तूड़े से भूसा बनाया जा सकता है।
कंबाइन हार्वेस्टर मशीन के उपयोग से एक बार में ही फसल की कटाई, कुटाई (दौनी) और फसल के दानों की सफाई एक साथ हो जाती है। ये कार्य बहुत कम लागत और कम समय में पूरे हो जाते हैं। कंबाइन हार्वेस्टर से फसल की कटाई के बाद फसल का अवशेष खेत में ही रह जाता है। जो सडऩे के बाद खाद में तब्दील हो जाता है। इसे मिट्टी में मिलाकर उर्वरा शक्ति को बढ़ाया जाता है। इस मशीन के उपयोग से किसान प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं और समय रहते फसलों की कटाई कर सकते हैं। कंबाइन हार्वेस्टर मशीन से किसान खेत में आड़ी-तिरछी पड़ी फसल को भी काट सकते हैं। कंबाइन हार्वेस्टर मशीन का उपयोग करने से मजदूरों की समस्या दूर होती है। साथ ही कम समय में ज्यादा काम किया जा सकता है।
मल्टीक्रॉप किसानों के लिए एक बहुत उपयोगी मशीन है। मल्टीक्रॉप थ्रेसर मशीन से गेहूं, सरसों, सोयाबीन, तुअर, बाजरा, मक्का, जीरा, डालर चना, सादा चना, देशी चना, ग्वार, ज्वार मूंग, मोठ, ईसबगोल, मसूर, राई, अरहर व मूंगफली जैसी फसलों के दाने साफ-सुथरे तरीके से निकाले जाते हैं। यह मशीन फसल के दाने और भूसे को अलग-अलग करती है।
मल्टीक्रॉप थ्रेसर आधुनिक तकनीक से बने होते हैं। इससे अलग-अलग काम एक साथ किए जा सकते हैं जैसे अनाज को साफ करके उसके भूसे को अलग करना। यह उच्च दक्षता के साथ फसलों के दाने को साफ-सुथरे तरीके से अलग करता है। मल्टीक्रॉप थ्रेसर मशीन का परिवहन सुगम होता है। इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है। इसके प्रयोग से समय, मजदूरी और पैसे की बचत होती है।
छोटे किसानों के लिए बाजार में हाथ से फसल काटने वाला रीपर भी आता है। ये रीपर कटी फसल को साइड में डालता जाता है। लेकिन इसके बंडल नहीं बनाता है। इससे बंडल बनाने का काम मजदूरों की सहायता से पूरा करना पड़ता है। ये सिर्फ फसल काटने का काम करता है।
ट्रैक्टर जंक्शन किसानों के लिए एक भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफार्म हैं, जहां किसानों की सुविधा के अनुसार ट्रैक्टर व कृषि उपकरण के खरीदने व बेचने की सुविधा उपलब्ध है। ट्रैक्टर जंक्शन पर आप कई कंपनियों की फसल कटाई से संबंधित मशीनों के बारें जानकारी ले सकते हैं। किसान भाई यहां लॉगिन करके ऑनलाइन इसे प्राप्त कर सकते हैं।
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